Compassionate Sangh will perform a 'Sadbuddhi Havan Yagya' for Minister Suresh Bhardwaj on Shivratri

करुणामूलक संघ शिवरात्रि के दिन करेगा जयराम सरकार के चाणक्य माने जाने वाले मंत्री सुरेश भारद्वाज के लिए सद्बुद्धि हवन यज्ञ

आज करुणामूलक संघ की बैठक गूगल मीट के माध्यम से हुई, ये मीटिंग प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार की अध्यक्षता में हुई जिसमे मुख्य सलाहकार शशि पाल, मीडिया प्रभारी गगन कुमार, आई टी सेल अधिकारी गुलशन कुमार मौजूद रहे
हिमाचल प्रदेश करूणामुलक संघ के प्रदेशा अध्यक्ष अजय कुमार का कहना है देवों की भूमि हिमाचल में शिवरात्रि के महा त्योहार पर हिमाचल सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए हवन पाठ करवाएगा! यह हवन विशेष तौर पर जयराम सरकार के चाणक्य माने जाने वाले शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज के लिए रखा गया है ! संघ के अध्यक्ष अजय कुमार का कहना है कि आने वाले हर एक सप्ताह में जयराम सरकार के हर एक मंत्री के लिए सद्बुद्धि हवन रखा जाएगा भगवान वर्तमान सरकार को सद्बुद्धि दे और इन करुणामूलक आश्रित परिवारों के बारे में सरकार कोई सकारात्मक फैसला ले ! आज करुणामूलक परिवारो को 213 दिन क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हो गए परंतु सरकार इनकी तरफ कोई फैसला नहीं ले पा रही अध्यक्ष अजय कुमार का कहना है की हम इसी तरह भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे चाहे हमें मरना भी पड़े हम नहीं उठेंगे ! करुणामूलक संघ के अध्यक्ष अजय कुमार का कहना है कि लगभग 213 दिनों से यह करुणामूलक परिवार कालीबाड़ी मंदिर के पास एक वर्षा शालिका में इतनी वर्षा और बर्फबारी में भी क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं परंतु सरकार इनके प्रति उदासीन है सरकार के झूठे आश्वासनों के कारण यह परिवार दर- दर की ठोकरे खाने को मजबूर हो गए हैं परंतु सरकार के कानों मैं जू तक नहीं रेंग रही ! यह करुणामूलक परिवार पिछले 213 दिनों से क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे है संघ के अध्यक्ष अजय कुमार का कहना है अगर सरकार अभी भी इन करुणामूलक परिवारों के हित में कोई फैसला नहीं लेगी तो अब यह परिवार चुप नहीं बैठेंगे और आने वाले टाइम पर उग्र आंदोलन करेंगे !

अजय कुमार का कहना है कि सरकारी नौकरी देने के मामलों पर अभी सरकार कोई अंतिम फैसला नही ले पाई है जबकि सरकार के पास विभिन्न विभागों में 4500 से ज्यादा मामले है प्रभावित परिवार करीब 15 साल से नौकरी का इंतजार कर रहें है उन्होने बताया कि कई विभागों में कर्मचारी की सेवा के दौरान मृत्यु होने के बाद आश्रित परिवार दर दर की ठोंकरें खाने को मजबुर है हिमाचल इस तरह के सेंकडों मामले है 15 साल बीत जाने के बाद भी आश्रितों को नोकरी नही मिल पाई है हर रोज कार्यालयों के चक्कर लगा रहे लेकिन अशवाशनों के सिवा आज दिन तक कुछ हाथ नही लगा है करूणामुलक आश्रितों का कहना है कि उनके परिवार में कोई भी सरकारी नौकरी नही करता है इन के परिवारों की आर्थिक स्थिती अच्छी नही है ! करूणामुलक नौकरीयों पर सरकार उचित फैसला लें ।

मुख्य मांगे :-
1) समस्त विभागों, बोर्डों, यूनिवर्सिटी ब निगमों में लंबित पड़े करुणामूलक आधार पर दी जाने वाली नोकरियों मे क्लास-C के केसों को जो 7/03/2019 की पॉलिसी मे आ रहे हैं उनको One Time Settlement के तेहत सभी को एक साथ नियुक्तियाँ दी जाएं |

2) करुणामूलक आधार पर नोकरियों वाली पॉलिसी में संसोधन किया जाए व उसमे Rs 62500 एक सदस्य सालाना आय सीमा शर्त को पूर्ण रूप से हटा दिया जाए ब 5% कोटा की शर्त को पूर्ण रूप से हटा दिया जाए ताकि विभाग अपने तोर पर नियुक्तियाँ दे सके
3) योग्यता के अनुसार आश्रितों को बिना शर्त के सभी श्रेणीयो में नौकरी दी जाऐ !

बता दें कि करुणामूलक आधार पर सरकारी नौकरी देने के मामला दिन प्रतिदिन जोर पकड़ता जा रहा हैं पर अभी तक सरकार अपना रवैया स्पष्ट नही कर पायी है। जवकि सरकार के पास विभिन्न विभागों में करुणामूलक के लंबित करीब 4500 से ज्यादा मामले पहुंचे हैं और प्रभावित परिवार करीब 15 साल से नौकरी का इंतजार कर रहे हैं।