हिमाचल के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों का विधानसभा के विशेष सत्र में जीकर न होने से कांग्रेस खफा, कुल्लू में दलित परिवार पर हमले की कि निंदा, न्यायायिक जांच की मांग
हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के 50 वर्ष पूर्ण होने पर अनेक कार्यक्रम किये जा रहे हैं।हिमाचल प्रदेश विधान सभा का विशेष सत्र का एक दिन का विशेष सत्र रखा गया जिसे महामहिम राज्यपाल ने संबोधित किया। सत्र में हिमाचल निर्माता कांग्रेस नेताओं का जिक्र न होने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल खड़े किए हैं।
कुलदीप राठौर ने कहा कि हिमाचल का निर्माण करने वालो का कहीं चर्चा में उल्लेख नहीं आया। प्रधानमंत्री मोदी का नाम बार-बार लिया गया। विधानसभा के विशेष सत्र में कांग्रेस के नेताओं जिनका हिमाचल के निर्माण में योगदान रहा कहीं जिक्र नही हुआ। भाजपा की सरकारें बताए कि मोदी का हिमाचल के निर्माण में क्या योगदान रहा है? उन्होंने कहा कि अगर भाजपा की सरकार अगर स्वर्णिम रथ यात्रा के नाम पर इतिहास से छेड़छाड़ करेगी तो इसे बर्दास्त नही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अटल टनल की शिलान्यास पट्टिका हटा दी गई। कांग्रेस ने इसके लिए आंदोलन ने किया उसके बाद मुख्यमंत्री ने इसे रिस्टोर करने की बात कही लेकिन आज तक इसे नहीं लगाया गया।
वन्ही कुल्लू जिले में कांग्रेस के कार्यकर्ता व पूर्व प्रधान परस राम के ऊपर हुए हमले के बाद उनकी पीजीआइ में मौत हो गयी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने इसकी निंदा की है।उन्होंने बताया कि वह पीड़ित परिवार से मिले। उनकी पत्नी ने बताया है कि उन्हें हमले का पहले से अंदेशा था और पुलिस को इसकी जानकारी दी लेकिन कोई कार्यवाही नही की गई। उन्होंने कहा कि परिवार दलित वर्ग से सम्बंधित है। इसके तार मुख्यमंत्री के कार्यालय से जुड़ा हुआ है जिससे मामले को दबाने की कोशिश की गई है। उन्होंने इस पर न्यायिक जांच की मांग की। कांग्रेस इसके लिए न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएगी। अगर जांच नहीं होती है तो ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन किए जाएंगे।