शरीर के कवच को कन्फ्यूज कर रहा ‘XBB’ Omicron, नए वेरिएंट से कितना रिस्‍क? एक्‍सपर्ट्स से जानें

Covid-19 New XBB Variant: कोरोना वायरस का Omicron वेरिएंट एक नए रूप में आया है। XBB नाम के इस सब-वेरिएंट को कोविड-19 का सबसे संक्रामक वेरिएंट बताया जा रहा है।

Omicron के सब-लीनिएज XBB का संक्रमण कई देशों में फैल रहा है। सिंगापुर से पकड़ में आया यह वेरिएंट भारत के 9 से ज्‍यादा राज्‍यों में पाया गया है। यह ओमीक्रोन के BA.2.75 and BJ.1 सब-वेरिएंट्स का हाइब्रिड है। एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, नया वेरिएंट इम्‍युन सिस्‍टम को चकमा देने में पहले के वेरिएंट्स से कहीं ज्‍यादा माहिर है। इसके स्‍पाइक प्रोटीन में सात म्‍यूटेशंस हैं। इसके चलते, इम्‍युन सिस्‍टम को XBB वेरिएंट की पहचान करने में ज्‍यादा वक्‍त लगता है। यह इम्‍युन सेल्‍स को धोखा देकर आसानी से शरीर में प्रवेश कर सकता है और संक्रमण दे सकता है। कुछ एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, XBB कोविड का सबसे संक्रामक वेरिएंट है। हालांकि, राहत इस बात की है कि इसके उतना घातक होने के संकेत नहीं हैं। भारतीय एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, XBB वेरिएंट के मरीजों में हल्‍के लक्षण दिख रहे हैं।

XBB को लेकर एक्‍सपर्ट्स क्‍या कह रहे हैं?

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देश में SARS-CoV-2 की जीनॉमिक्‍स को लेकर 54 लैब्‍स का एक कंसोर्टियम बना है, जिसे INSACOG कहते हैं। INSACOG ने ताजा बयान में कहा है कि XBB के मामले कई राज्‍यों से मिले हैं। इसका एक सब-लीनिएज भी मिला है जिसमें एक अतिरिक्‍त म्‍यूटेशन है, जिसे XBB.1 कहा जा रहा है। INSACOG के अनुसार, इन वेरिएंटस से जुड़े मामलों में बीमारी की गंभीरता बढ़ने या अस्‍पताल में भर्ती होने की दर बढ़ने की रिपोर्ट्स नहीं हैं। यह वेरिएंट भारत में काफी तेजी से फैल रहा है। पिछले दो हफ्तों में सीक्‍वेंस किए गए नमूनों में से आधे XBB वेरिएंट के हैं।

भारतीयों को नए XBB वेरिएंट से कितना खतरा?

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लैब्‍स के पैनल ने कहा कि भारत में लोग इन वेरिएंट्स के चलते हल्‍के बीमार हो रहे हैं। बीमारी की गंभीरता में कोई बढ़त नहीं देखी गई। INSACOG ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, बस सावधानी बरतें। INSACOG ने कहा कि SARS-CoV-2 वायरस लगातार म्‍यूटेट हो रहा है। इसके चलते, नए वेरिएंट्स और संक्रामक और इम्‍युन सिस्‍टम को और ज्‍यादा चकमा देने वाले हो सकते हैं।

नए वेरिएंट का पीक कब? वैक्‍सीन काम करेगी?

कुछ रिसर्चर्स का कहना है कि XBB सब-वेरिएंट के संक्रमण से वैक्‍सीन नहीं बचा पाएंगी। ऐसे भी संकेत हैं कि XBB से रीइन्‍फेक्‍शंस के वाकये बढ़ सकते हैं। महाराष्‍ट्र के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की चेतावनी है कि XBB वेरिएंट का पीक नवंबर के मध्‍य तक देखने को मिल सकता है।