पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने इंदु वर्मा के कांग्रेस सदस्यता ग्रहण समारोह में कहा कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा नेताओं में भगदड़ मची है।
खिमी राम के बाद इंदु वर्मा ने भाजपा को करारा झटका देते हुए कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। दिल्ली में हिमाचल के प्रभारी राजीव शुक्ला की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस सदस्यता ग्रहण कर ली है। प्रदेश कांग्रेस के नेता एआईसीसी सचिव सुधीर शर्मा और अनिरूद्ध सिंह भी इस मौके पर मौजूद रहे।
पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने इंदु वर्मा के कांग्रेस सदस्यता ग्रहण समारोह में कहा कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा नेताओं में भगदड़ मची है। भाजपा को छोड़कर नेता अब कांग्रेस में आ रहे हैं।
इससे साफ है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीतकर सत्ता पर काबिज होगी। प्रदेश में कांग्रेस की पूर्व वीरभद्र सिंह सरकार ने हिमाचल का समग्र विकास किया है। भाजपा ने सिर्फ कांग्रेस के किए विकास कार्यों में शिलान्यास पत्थर लगाए और फीते काटे हैं।
इंदु वर्मा भाजपा के पूर्व विधायक स्वर्गीय राकेश वर्मा की पत्नी हैं। राकेश वर्मा 1993 में भाजपा टिकट पर चुनाव लड़कर कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री विद्या स्टोक्स को हराकर मात्र 31 वर्ष की आयु में पहली बार विधानसभा पहुंचे थे। राकेश वर्मा ने वर्ष 2003 और 2007 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था। वह अपने राजनीतिक जीवन काल में दो बार विधायक रहे। वर्मा को एक मददगार, समाजसेवी व्यक्ति के रूप में लोग ज्यादा जानते थे।