खरगे ने नसीहत दी कि पार्टी में जहां अपने कर्तव्य को निभाने वाले बहुत जिम्मेदार लोग हैं, वहीं कुछ साथियों ने यह मान लिया है कि जिम्मेदारी निभाने में कमी को नजरंदाज कर दिया जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि संगठन में पार्टी के हर पदाधिकारी और नेता को जिम्मेदारी के साथ जनसेवा की अपनी भूमिका निभाकर मोदी सरकार से त्रस्त हर व्यक्ति के साथ खड़ा होना पड़ेगा। जवाबदेही की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी जिम्मेदारी निभाने में अक्षम हैं, उन्हें नए लोगों को मौका देना चाहिए।
कांग्रेस संचालन समिति की बैठक में रविवार को खरगे ने यह भी कहा कि पार्टी के महासचिव और प्रदेश प्रभारी पहले खुद की जिम्मेदारी सुनिश्चित करें तथा जनांदोलन के संदर्भ में 30 से 90 दिनों के भीतर रूपरेखा तैयार करें। खरगे ने कहा, मेरा मानना है कि पार्टी और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी का सबसे बड़ा हिस्सा है कि संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक जवाबदेही हो। अगर कांग्रेस संगठन मजबूत होगा, जवाबदेह होगा, लोगों की उम्मीद पर खरा उतरेगा, तो ही हम चुनावी जीत हासिल कर देश के लोगों की सेवा कर पाएंगे। उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का उल्लेख करते हुए कहा यह यात्रा अब एक राष्ट्र आंदोलन का रूप ले चुकी है।
एक ऐसा आंदोलन, जो देश में कमरतोड़ महंगाई, भयंकर बेरोजगारी, नाकाबिले बर्दाश्त आर्थिक व सामाजिक असमानता, तथा नफरत की राजनीति के खिलाफ एक निर्णायक जंग का आह्वान है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के लोगों पर, उनके अधिकारों व उम्मीदों पर हमला बोल रखा है, और उनकी रक्षा की जिम्मेदारी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की है। जब गरीब या मध्यम वर्ग या नौकरी पेशा का महीने का बजट ही बिगड़ जाए, तो यह उसकी जिंदगी पर हमला है।
आंदोलन का खाका तैयार कर चर्चा करें
खरगे ने नसीहत दी कि पार्टी में जहां अपने कर्तव्य को निभाने वाले बहुत जिम्मेदार लोग हैं, वहीं कुछ साथियों ने यह मान लिया है कि जिम्मेदारी निभाने में कमी को नजरंदाज कर दिया जाएगा। यह न तो ठीक है और न ही मंजूर किया जा सकता। संगठन व आंदोलन का एक खाका तैयार कर अगले 15 से 30 दिन में इस पर मिल बैठकर मुझसे चर्चा करेंगे। कांग्रेस स्टीयरिंग कमिटी के सदस्यों व पार्टी के अन्य नेताओं को भी जरूरत के अनुसार आप इस कार्यक्रम में शामिल करेंगे। जिन प्रांतों में आज से साल 2024 के बीच विधानसभा चुनाव होने हैं, वहां चुनाव तक क्या योजना व गतिविधि शेड्यूल है।
जब तक आप स्वयं, आपके सचिवगण, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्षगण, पार्टी के विधायक मंडल व सांसदगण इन सब व अन्य महत्वपूर्ण चीज़ों का खाका तैयार कर जमीनी स्तर पर लागू नहीं करेंगे, हमारी जिम्मेदारी पूर्ण नहीं हो सकती।
अध्यक्ष के साथ राज्यसभा में विपक्ष के नेता बने रहेंगे खरगे
बैठक में तय हुआ है कि फरवरी में छत्तीसगढ़ के रायपुर में पार्टी अपना प्लेनरी सेशन आयोजित करेगी। जिसमें सीडब्ल्यूसी के सदस्य, नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी आदि का गठन किया जाएगा। खरगे अध्यक्ष के साथ फिलहाल राज्यसभा में विपक्ष के नेता का पद भी संभालेंगे।
उन्होंने पूछा, क्या जमीनी हकीकत के मुताबिक कर रहे संघर्ष : खरगे ने महासचिवों और प्रभारियों से यह भी पूछा, क्या आपका संगठन जमीनी हकीकत के मुताबिक लोगों के लिए संघर्ष कर रहा है? क्या ब्लॉक व जिला स्तर पर ज्यादा से ज्यादा नए चेहरों को मौका दिया गया है? कितनी इकाइयां ऐसी हैं, जहां जिला व ब्लॉक स्तर के संगठन पांच साल से नहीं बदले गए?। उन्होंने कहा, पार्टी में जहां अपने कर्तव्य को निभाने वाले बहुत जिम्मेदार लोग हैं, वहीं कुछ साथियों ने यह मान लिया है कि जिम्मेदारी निभाने में कमी को नजरंदाज कर दिया जाएगा। यह न तो ठीक है और न ही मंजूर किया जा सकता। जो लोग जिम्मेदारी निभाने में अक्षम हैं, उन्हें नए साथियों को मौका देना पड़ेगा।
गहलोत, पायलट के समर्थकों में छिड़ा पोस्टर वार
झालावाड़। मध्य प्रदेश में 12 दिन बिताने के बाद राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा ने रविवार शाम झालावाड़ के रास्ते राजस्थान में प्रवेश किया। इस दौरान एक बार फिर गहलोत और पायलट खेमे के बीच की दूरियां साफ तौर पर देखने को मिलीं। यात्रा के झालावाड़ में प्रवेश करने से पहले सचिन पायलट के पोस्टरों को सीएम अशोक गहलोत के समर्थकों ने हटाने की कोशिश की। इसके बाद दोनों धड़ों के बीच पोस्टर वार शुरू हो गया। 29 नवंबर को पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दोनों नेताओं के हाथ भी मिलवाए थे। इसके कुछ दिन बाद ही शनिवार को हुए पोस्टर विवाद से दोनों गुटों की कटुता एक बार फिर सामने आ गई। पायलट ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को भारत जोड़ो यात्रा में जुड़ने की अपील की थी। एजेंसी
पदयात्रा से बहुत कुछ सीखने का मौका मिल रहा : राहुल
पदयात्रा के साथ झालावाड़ पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर या किसी अन्य वाहन में यात्रा करते समय जो चीजें कभी सीखी नहीं जा सकती थीं वे चीजें पदयात्रा से सीख रहे हैं। यहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया।