राज्य सहकारी बैंक के निदेशक पद के लिए हुए चुनावों में कांग्रेस समर्थित दोनों उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा है। एक सीट पर भाजपा प्रत्याशी की जीत हुई है, जबकि दूसरे पर निर्दलीय ने बाजी मारी है। राज्य सहकारी बैंक के मंडी जोन से भाजपा समर्थित प्रियव्रत शर्मा ने जीत दर्ज की है। सुंदरनगर जोन से निर्दलीय प्रत्याशी केशव नायक ने जीत हासिल की है।
बता दें कि केशव नायक कांग्रेस विचारधारा के ही हैं, लेकिन कांग्रेस ने सुंदरनगर जोन से मनीष कुमार को अपना आधिकारिक प्रत्याशी बनाया था। जोन 1 मंडी में भाजपा समर्थित उम्मीदवार प्रियव्रत शर्मा को 41, कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार डॉ. चंद्रशेखर शर्मा को 24, बलवंत ठाकुर को 26, भूपेंद्र सिंह को 17, विशाल राठौर को 20, अजय को 5, ज्ञानचंद को 4, रतन चंद को 3 वोट मिले।
भाजपा समर्थित प्रियव्रत शर्मा ने 15 मतों से जीत दर्ज की। यह पहली मर्तबा हुआ है, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार ने निदेशक पद के लिए जीत दर्ज की है। इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी, मगर प्रियव्रत शर्मा ने ऐन मौके पर बाजी मार कर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को चारों खाने चित कर दिया।
उधर, जोन 2 सुंदरनगर से केशव नायक ने 51 वोट प्राप्त किए। जबकि वीरेंद्र गुलेरिया 32 मत प्राप्त करके दूसरे नंबर पर रहे। इसके साथ ही भाजपा समर्थित उम्मीदवार हुकमचंद 23 मत लेकर तीसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार मनीष कुमार को 19 और सीताराम वर्मा चार मत प्राप्त हुए।
मीडिया से रूबरू होते हुए जीते हुए दोनों उम्मीदवारों ने जीत के लिए मतदाताओं का आभार जताया। प्रियव्रत शर्मा ने सभी कर्मचारियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि जो भी कर्मचारियों की मांगे होगी उनको वह प्रमुखता के साथ सरकार के समक्ष उठाएंगे और उन्हें पूरा कराने का प्रयास करेंगे। केशव नायक ने कहा सहकारी सभाओं का लाभांश बढ़ाने के लिए उन्हें और मजबूत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू की नीतियों की बदौलत सहकारी क्षेत्र में क्रांति आएगी। उन्होंने कहा कि निदेशक बनने के बाद भर्ती कोटा बहाल करने के लिए प्रयासरत रहेंगे।