हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हुई नियुक्तियों में धांधली के आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं महासचिव हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सुनील शर्मा ने जिलाधीश हमीरपुर के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपाकर जांच की मांग की । उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के दवाब के कारण योग्याता को दरकिनार करते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की गई है । उन्होने कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय में हुआ यह मामला शर्मनाक है । सुनील शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की सिलेक्शन कमेटी में इंटरव्यू में उच्च शिक्षा को नजरअंदाज किया है ऐसा प्रतीत होता है जैसे कि भाजपा सरकार शिक्षण संस्थाओं का राजनीतिकरण कर रही है और संविधान और पात्रता एवं योग्यता नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अपने चहेतों को उच्च पदों पर आसीन कर रही है जो कि देश और प्रदेश के लिए खतरे की घंटी है । इस मौके पर जगदीश चंद भारद्वाज जिला पेंशनर संघ के अध्यक्ष, शक्ति कुमार,एसके बढ़ा लिया,विशाल कुमार,अनीश कुमार,हंसराज व युवा कांग्रेस के महासचिव निशांत शर्मा उपस्थित रहे!
सुनील शर्मा ने पढ़े-लिखे योग्य पात्र अभ्यर्थियों के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी योग्य और पात्र पढ़े-लिखे नौजवानों की आवाज बन कर कर इस धांधली की परत को बेनकाब करेगी सुनील शर्मा ने कहा कि पीएचडी पात्र अभ्यर्थियों के होने के बावजूद भी उ-जमा को नौकरी के ऊपर नियुक्त करना राजनीतिक दवाब की स्पष्ट झलक दिखलाता है । सुनील शर्मा ने कहा कि काग्रेंस पार्टी इस मुददे पर राज्यपाल से ज्ञापन द्वारा इस मामले के ऊपर गहन जांच करने का निवेदन किया है तथा जब तक जांच पूरी ना हो जाए इन नियुक्तियों को खारिज करने की मांग की है ।