पुलिस भर्ती के पेपर लीक केस में सरकार असली गुनहगारों को बचाने का प्रयास कर रही है। प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ विधायक रामलाल ठाकुर ने बुधवार को राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पेपर लीक मामले में एसआईटी या सीबीआई जांच से कुछ होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि जिस प्रिटिंग प्रैस में पेपर छपा, वह किसकी है और किस नेता का रिश्तेदार है तथा उस पर क्या कार्रवाई हुई। उन्होंने कहा कि पेपर बनाने से लेकर छपाई व परीक्षा केंद्र तक सुरक्षित पहुंचाना सुरक्षा अधिकारियों का काम था और यह पुलिस के पास था। रामलाल ठाकुर ने कहा कि अब पुलिस ही इस मामले की जांच की लीपापोती करने में जुटी है।
लुधियाना-चंडीगढ़ के ठेकेदारों को दिया काम
रामलाल ठाकुर ने जल शक्ति मंत्री पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पेयजल पाइप बिछाने का ठेका और काम लुधियाना व चंडीगढ़ के ठेकेदारों को दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाइपें बिछाई जा रही हैं, जबकि पानी के सोर्स हैं ही नहीं। उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन का कार्य भी बाहरी लोगों को ही दिया जा रहा है।
उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए
रामलाल ठाकुर ने श्रीनयना देवी ट्रस्ट की अढ़ाई करोड़ की एफडी एक निजी बैंक में जमा करवाने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
चुनावी वर्ष में भाजपा के केंद्रीय नेताओं की दौड़ का नहीं पड़ने वाला फर्क
रामलाल ठाकुर ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेताओं द्वारा लगाई जा रही हिमाचल की दौड़ का कोई असर पड़ने वाला नहीं है क्योंकि आगामी विधासभा चुनाव में भाजपा सरकार की विदाई तय है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिमला आ रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने विशेष तौर से प्रदेश के सेब बागवानों से जो वायदा किया था, वह आज दिन तक पूरा नहीं हुआ। नितिन गडकरी ने भी 67 राष्ट्रीय राज मार्गों की घोषणाएं की थीं।