17 अक्टूबर को राहुल गांधी कर्नाटक के बेल्लारी में पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव में वोट डालेंगे. फाइल फोटो
नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 17 अक्टूबर को कर्नाटक के बेल्लारी में वोट डालेंगे. दरअसल बेल्लारी में जहां भारत जोड़ो यात्रा का कैंप लगेगा, वहीं चुनाव की व्यवस्था की जाएगी. राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा के करीब 40 यात्री वोट डालेंगे. पार्टी के अध्यक्ष के पद के चुनाव में मुख्य मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच है. इसी क्रम में कांग्रेस के अनुभवी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को कहा कि अगर वह पार्टी अध्यक्ष निर्वाचित होते हैं तो ‘उदयपुर घोषणा पत्र’ को लागू करेंगे. ‘उदयपुर घोषणा पत्र’ कई प्रस्तावों का संकलन है. इसे मई महीने में राजस्थान में हुए कांग्रेस के ‘चिंतन शिविर’ में अंगीकार किया गया था. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए प्रचार करने यहां आए खड़गे ने कहा कि वह सामूहिक नेतृत्व और विचार विमर्श में विश्वास करते हैं.
राज्यसभा सदस्य तथा 80 वर्षीय खड़गे ने कहा, ‘‘मैं उदयपुर घोषणा पत्र को लागू करूंगा.’’ उन्होंने कहा कि अगर वह कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचित होते हैं तो युवाओं, किसानों, महिलाओं और छोटे कारोबारियों की समस्याओं का समाधान करने की कोशिश करेंगे. गौरतलब है कि कांग्रेस ने राजस्थान के उदयपुर में इस साल के मई में ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन किया था. शिविर के समापन पर जारी घोषणा पत्र में एक बिंदु था कि संगठनात्मक सुधार के तहत ‘एक व्यक्ति एक पद’ की नीति अपनाई जाएगी. अन्य प्रस्ताव चुनाव के लिए टिकट बंटवारे और पदाधिकारियों के कार्यकाल से संबंधित थे.
खड़गे मुंबई में कांग्रेस प्रतिनिधियों (जो अध्यक्ष पद चुनाव में मतदान करेंगे) से संवाद करने आए थे. कांग्रेस प्रतिनिधियों ने उन्हें मुंबई आमंत्रित किया था. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिये चुनाव में खड़गे का मुकाबला तिरुवनतंपुरम से लोकसभा सदस्य शशि थरूर से है. 136 साल पुरानी पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होगा. गत दो दशक में यह पहला मौका है जब पार्टी की कमान गैर गांधी के पास होगी.
खड़गे ने कहा कि अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि गांधी परिवार का कोई भी व्यक्ति पार्टी अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेगा. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को आड़े हाथ लेते हुए खड़गे ने आरोप लगाया कि देश के स्वायत्त निकायों को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है.