Madhya Pradesh News: दिग्विजय सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए। यह देश की चिंता के लिए है। देश में संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है। दिग्विजय ने कहा- कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की उम्र को लेकर सवाल किया जा रहा है। वो अभी नौजवान हैं।
इंदौर: अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह गुरुवार को इंदौर पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को जवान बताया। दिग्विजय ने कहा- कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की उम्र को लेकर सवाल किया जा रहा है। पहले कहते थे कि कांग्रेस में परिवारवाद है लेकिन अब अध्यक्ष की उम्र को लेकर सवाल किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे जी 80 साल के नौजवान हैं। उन्हें ना तो चलने फिरने में दिक्कत है और न ही उन्हें कोई मानसिक दिक्कत है।
धार्मिक उन्माद फैलाती है भाजपा: दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने कहा- जो लोग मलिकार्जुन खरगे को रिमोट कंट्रोल अध्यक्ष कहते हैं तो क्या भारतीय जनता पार्टी की सरकार आरएसएस की रिमोट कंट्रोल सरकार नहीं है। बीजेपी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा- ‘कांग्रेस भारत को तोड़ने में नहीं बल्कि जोड़कर रखने के लिए कटिबद्ध है। आज देश में केवल धार्मिक उन्माद है। रुपए की कीमत गिरती जा रही है। समाज में कटुता आ चुकी है। महंगाई सर चढ़कर बोल रही है लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार केवल धार्मिक उन्माद पैदा कर रही है।’
अभी राजनीति से संन्यास के बारे में सोचा: दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने राजनीति से संन्यास लेने की बात पर कहा कि उनके बयान को गलत समझा जा रहा है। अभी में राज्यसभा सांसद हूं और 2026 में मेरा कार्यकाल समाप्त होगा तो मेरी उम्र 79 वर्ष की हो जाएगी। उसके बाद सोचेंगे कि आगे क्या करना है।
भारत जोड़ो यात्रा का मकसद चुनाव जीतना नहीं: दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा को राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए। यह देश की चिंता के लिए है। देश में संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है। देश के हालात ठीक नहीं है।’ उन्होंने कहा कि एमपी में 1 नवंबर तक राहुल गांधी के एमपी दौरे का रूट फाइनल हो जाएगा।
अरविंद केजरीवाल बीजेपी की B टीम: दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल को बीजेपी की टीम बी बताया। उन्होंने कहा- वो पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं। इसलिए उन्हें नोट पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो पर बयान देने से पहले सोचना चाहिए।