पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह की पहली पुण्यतिथि पर शुक्रवार को प्रदेशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में जन विकास था काम, वीरभद्र था नाम कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौरान यहां सर्वधर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन होगा। इस कार्यक्रम में हर राजनीतिक दल के नेताओं और आम जनता को बुलाया गया है। इसका आयोजन स्व. वीरभद्र सिंह के परिवार की तरफ से किया जा रहा है। कांग्रेस महासचिव यशवंत छाजटा ने वीरवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 8 जुलाई के दिन को पार्टी संकल्प दिवस के रूप में मनाएगी। इस दिन कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन सहित ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित कर पार्टी कार्यकर्ता उनके दिखाए मार्ग और प्रदेश के कोने-कोने में किए विकास कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लेंगे। उन्होंने बताया कि इससे पहले स्व. वीरभद्र सिंह की 23 जून को उनके जन्मदिवस को भी विकास दिवस के रूप में मनाया गया था।
जनता की नब्ज से थे वाकिफ
जिस तरह एक कुशल वैद्य मरीज की नब्ज पकड़ते ही मर्ज का पता लगा लेता है और इलाज करता है, उसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह भी हिमाचल की जनता की नब्ज से वाकिफ थे। होलीलॉज पहुंचने वाले हर फरियादी को वीरभद्र सिंह ने कभी खाली हाथ नहीं लौटाया। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में एक कार्यकत्र्ता का कहना था कि वीरभद्र सिंह राजनीति के राजा थे और हमेशा रहेंगे। हिमाचल की राजनीति का जिक्र उनके बिना अधूरा माना जाएगा। वे स्वभाव से ही संघर्षशील थे। 6 बार हिमाचल के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने वाले वीरभद्र सिंह ने 6 दशक के राजनीतिक जीवन में जनता का भरपूर स्नेह हासिल किया। वे लोगों के दिलों में राज करते थे।