कल हिमाचल को 10 गारंटी देगी कांग्रेस, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेगे ऐलान

हिमाचल प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए कांग्रेस (congress) पार्टी भी यहां की जनता को गारंटी देने जा रही है। कांग्रेस एक साथ 10 वायदों पर गारंटी देगी और गारंटी के साथ इन वायदों को पूरा करेगी जिसकी एलान यहां पार्टी के पर्यवेक्षक व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे।
कांग्रेस पार्टी चुनाव घोषणा पत्र से पहले पांच वायदे करने के बाद अब 10 वायदों की गारंटी देने जा रही है। राजनीति में गारंटी देने का नया ट्रेंड शुरू हुआ है और उसी ट्रेंड के तहत कांग्रेस पार्टी भी यहां जनता को लुभाने के लिए बड़े एलान करने जा रही है।

बुधवार को शिमला स्थित पार्टी कार्यालय में कांग्रेस (congress) पार्टी बाकायदा प्रेस वार्ता में गारंटी का एलान करेगी। मुख्य पर्यवेक्षक भूपेश बघेल के अलावा राजीव शुक्ला, सचिन पायलट, प्रताप सिंह बाजवा भी यहां पर मौजूद रहेंगे। प्रदेश के नेताओं को भी यहां पर बुलाया गया है जिनके साथ यहां चुनावी रणनीति पर बैठक होनी तय है।

हाईकमान द्वारा लगाए गए पर्यवेक्षक यहां दूसरी दफा आ रहे हैं। पहली बार यहां आने पर उन्होंने प्रदेश की जनता से पांच वायदे किए थे जिसमें मु त बिजली 300 यूनिट तक देने का वायदा किया था वहीं एनपीएस कर्मचारियों को ओपीएस देने का वायदा यहां किया गया। कांग्रेस ने कहा है कि सत्ता में आने के 10 दिनों में ही ओपीएस की बहाली यहां कर दी जाएगी।

इसके अलावा चिकित्सा सुविधाएं मुफ्त करने, बागवानों को सस्ता कार्टन और सेब पर इंपोर्ट डयूटी को बढ़ाने, महंगाई को नियंत्रित करने तथा सभी खाली पदों को भरने के साथ लाखों का रोजगार देने का वायदा किया गया। ऐसे में अब कुल 10 गारंटियां यहां पर दी जाएंगी अब देखना होगा कि इसमें और क्या जुड़ेगा। यह वायदे भी इसी में शामिल रहेंगे या फिर इसके अलावा 10 वायदों की गारंटी कांग्रेस देती है यह भी देखने वाली बात होगी।

हिमाचल में सत्तारूढ़ दल के खिलाफ कई मुद्दे हैं जिनमें सबसे प्रमुख महंगाई और बेरोजगार का मामला है। ऐसे में यहां पर महंगाई को कम करने का एक वायदा भी कांग्रेस पार्टी कर सकती है इसकी संभावना है। अब गारंटी किस रूप में दी जाएगी यह भी देखना होगा क्योंकि एक दूसरा राजनीतिक दल आम आदमी पार्टी भी यहां लगातार गारंटियां दे रहा है।

कांग्रेस (CONGRESS) प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल है और हिमाचल का ट्रेंड है कि यहां पर सत्ता परिवर्तन होता है। मगर जिस तरह से भाजपा यहां पर रिवाज बदलने के लिए पूरा जोर लगा रही है उससे कांग्रेस के भी होश उड़े हुए हैं। इसलिए मतदाताओं को लुभाने के लिए कांगे्रस कोई कसर नहीं छोडऩा चाहती जिसके लिए वह कुछ भी कर सकती है। अब देखना है कि कांग्रेस की गारंटी जनता को कितनी भाती है और चुनाव में वह क्या करती है।

आने वाले दिनों में यहां पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा और नरेन्द्र मोदी यहां माहौल बदलने की कोशिश करेंगे। यह माहौल भाजपा के पक्ष में ना हो जाए इसकी काट कांग्रेस लगातार ढूंढ़ रही है और अगले चुनाव के लिए पूरा दमखम लगा रही है। राजनीति का ऊंट यहां विधानसभा चुनाव में इस बार किस करवट बैठता है यह देखना दिलचस्प रहेगा।