इन 9 तथ्यों पर गौर करें: यदि 30 की उम्र के बाद एक शानदार जिंदगी की गारंटी चाहते हैं

आपकी उम्र के 20 और 30 के वर्षों के बीच का दौर आपके जीवन का सबसे अहम् होता है। पहली नौकरी, आपका पहला बचत खाता, अप्रिय संबंधों को पीछे छोड़ आगे कदम बढ़ाना और अपनी कमाई के पैसों से पहली विदेश यात्रा जैसे कई मील के पत्थर इस स्वर्णिम दशक के फ्रेम में मढ़े होते हैं।

मुख्यतः आपका बीसवां ही आपके तीसवें को परिभाषित करता है और यह तय करता है कि आपकी बाकी जिंदगी कैसा रुख अख्तियार करती है। यद्यपि जीवन की विफलताएं बहुत से सबक लेकर आती हैं। किन्तु जीवन की यात्रा को आरामदेह बनाने वाले दिशा निर्देशों की गाइड बुक जरूर हासिल की जा सकती है।

इस बात को मद्देनजर रखते हुए आइये उस निर्देशिका के पन्नों के बीच से उन नौ सूत्रों पर नज़र डालते हैं जो सफल, आरामदेह और फक्र से भरे तीसरे दशक की गारंटी देने वाले हैं।

काउच पोटैटो कोई अक्लमंदी वाला चुनाव नहीं है

आज लगभग हर घर में काउच पोटैटो अर्थात् टीवी देखकर समय गँवाने वाले मिल जायेंगे। इस बात से खास फर्क नहीं पड़ता कि काउच पोटैटो की उपाधि आपको टीवी के सामने बैठकर मिली है या वीडियो और सीरियल देखते हुए। यदि आप अभी अपना वक्त इन बातों में जाया करते हैं तो इसका खामयाज़ा आपको अगले दौर में भुगतना पड़ता है।

हमेशा नए हुनर हासिल करते रहें

हमारी सारी डिग्रियां कागज के एक खाली टुकड़े से ज्यादा नहीं होंगी यदि उन्हें पाने में हमारे दिलों दिमाग दोनों नहीं लगे हैं। असाइनमेंट करना, प्रोजेक्ट्स पूरे करना और कुछ नंबर हासिल कर लेना आगे जाकर आपकी कोई खास मदद नहीं कर सकते। इसलिए कुछ ऐसा सीखिए जो आपके वास्तविक जीवन में काम आ सके। कुछ सीखने के सिलसिले को बंद करना कभी भी मॅहगा ही पड़ेगा।

अपने वक्त का इस्तमाल हमेशा सजगता से करें

यह इन नौ सूत्रों में से शायद सबसे महत्वपूर्ण है। बीस से तीस के बीच के वर्षों का अच्छा खासा हिस्सा हम टीवी शो देखने और पार्टियों में जाने जैसे कम महत्व की चीजों में बिता देते हैं। ये चीजें आपको क्षणिक मजे तो दे सकती हैं पर ये मजे आपके दूरगामी भविष्य को नुकसान ही पंहुचा रहे होते हैं। इसलिए इन चीजों के बजाय अपने आइडियाज पर काम करें और ऐसी चीजें सीखे जो आपको अपने सपनों को साकार करने में मदद कर सके।

अतीत को भुलाना सीखें

याद करिये पिछले बार जब आपका दिल टूटा था तब क्या आपने अपने आपको बिखरा हुआ पाया ? क्या आपको लगा कि जैसे जिंदगी ही खत्म हो गई ? तब आपको यह याद दिलाना जरूरी है कि बीस के दशक में हम जिन लोगों से मिलते हैं, जुड़ते हैं प्रायः थोड़े समय के लिए होते हैं और उनके हमारे जीवन में लम्बे समय तक होने का कोई प्रयोजन नहीं होता।

कोई घटना भुलाने में कितनी ही मुश्किल क्यों न हो उसे अपने जहन में बार-बार दोहरा कर देखने से आपका भला तो कभी भी नहीं हो सकता। आप एक-एक करके हर आने वाले दिन को और इस तरह अपनी पूरी जिंदगी को तबाह करते होते हैं। किसी ऐसी चीज पर, जो की आने वाले दिनों में महत्वहीन लगने वाला है, सुबकते रहना से अच्छा है कि आप अपने लिए एक साम्राज्य खड़ा करने में मशगूल हो जाएँ।

यात्रा

यदि आप मनुष्य हैं तो आपके तीसरे दशक में घूमना और ढेरों यात्रायें करना बहुत अहम् हो सकता है। चाहे वह काम के सिलसिले में हो या कुछ नया सीखने के क्रम में, नई जगहों को देखना और नए लोगों से मिलना आपके जीवन की लीक बदल सकता है।

साधारण होने से बचे

शानदार और बिना समझौते की जिंदगी की ओर बढ़ चलने में एक बात सबसे ज्यादा मदद करती है और वह है कि कभी भी दोयम दर्जे की चीजों को न चुने। यदि आपको लगता है कि आप ज्यादा बड़ी चीजों के लिए बने हैं तो उससे कम के लिए कभी भी तैयार न हों।

तीस साल की उम्र के पहले प्यार या शादी के लिए हड़बड़ी नहीं करनी चाहिए

 

इस उम्र में हम बहुत से हार्मोन परिवर्तन से गुजरते हैं जिसके कारण हम अपने शरीर के नजर से सोचने लगते हैं और किसी व्यक्ति या किसी जीवन साथी की तलाश करने लगते हैं जो प्रायः टूटे हुए दिल तक ले जाता है।

तर्क और परिस्थितियां आपकी भावनाओं पर काबू पाना चाहती हैं जो आपकी अपनी या आपके पार्टनर की प्राथमिकता में से किसी एक को चुनने का दबाव डालती हैं। ऐसे में खुले दिमाग से सोचें और स्पेशल तथा लोंगटर्म पाने की कोशिश करें। जब आप अपनी जिंदगी की दौड़ में होते हैं आप नहीं चाहते कि दौड़ पर किसी तरह का ब्रेक लगे।

टालने की प्रवित्ति को खत्म करें

टालना सिर्फ तीन अक्षरों का शब्द है और यदि इसका रोजाना अभ्यास किया जाये तो इसमें आपके भविष्य को भलीभांति नष्ट कर देने की बड़ी क्षमता छिपी है। कल पर टालने की आदत यूँ तो चंद मिनटों का मामला लगता है किन्तु बाद में पलट कर देखने से आप अवाक रह जायेंगे यह देखकर कि उसने कितनी तबाही मचा छोड़ी है। अपने बीस के बाद के बरसों में आप अपने सबसे ज्यादा ऊर्जावान और सक्रीय संस्करण होते हैं। इसलिए इस वक्त को कुछ खास करने में ही लगाएं। उन महत्वपूर्ण चीजों की एक लिस्ट बनायें और प्राथमिकता के हिसाब से उसे करते जाएँ।

अपने शरीर को संभाल कर रखे

यदि आप बिस्तर से चिपकना पसंद करते हैं, बीमार होते हैं या थका महसूस करते हैं तब आप कोई बड़ी चीज हासिल नहीं कर सकते। इसलिए एक्सरसाइज के लिए वक्त जरूर निकालें, जंक फ़ूड न खाएं और एक स्वस्थ दिनचर्या को अपनाएं क्योंकि जब तीस के दशक में अपनी सफलताओं का उत्सव मनाने के लिए आपको शेर से चुस्त रहना लाज़मी है।