हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल की लिखित परीक्षा के पेपर लीक मामले के तार राज्य सचिवालय से भी जुड़े हैं। शक के आधार पर पुलिस सचिवालय के गृह विभाग के एक कर्मचारी को पूछताछ के लिए मंडी लाई है। रविवार को 70 से अधिक अंक लेने वाले करीब 50 परीक्षार्थियों से पूछताछ के दौरान पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे थे। इन सुरागों के पुष्ट होने के बाद ही पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया और मंगलवार को कर्मचारी को पूछताछ के लिए मंडी लाया गया। इस मामले में अब तक 15 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जांच टीम अभी मास्टरमाइंड की तलाश में है। आशंका है कि राज्य सचिवालय के गृह विभाग में तैनात कर्मचारी पेपर लीक करने वाले रैकेट में एजेंट का काम कर रहा था। उसने मंडी जिला के दो दर्जन से अधिक युवाओं को इकट्ठा किया था और पेपर लीक करने के लिए सौदेबाजी भी की थी।
सूत्रों के अनुसार मंडी में जब 70 अंक लेने वाले युवाओं से पूछताछ हुई और उनकी मोबाइल कॉल डिटेल खंगाली तो पुलिस को सचिवालय के गृह विभाग में बैठे कर्मचारी को लेकर कुछ अहम सुराग हाथ लगे। रविवार को जिन परीक्षार्थियों से पूछताछ हुई है, उनमें 74-74 अंक लेने वाले मामा भांजा भी हैं। इनमें से एक मुर्गे सप्लाई करता है और दूसरा चालक है। दोनों के दसवीं कक्षा में कम अंक आए हैं। गौर हो कि पुलिस कांस्टेबलों के 1,334 पदों की भर्ती के लिए 27 मार्च को लिखित परीक्षा हुई थी। 5 अप्रैल को परिणाम घोषित हुआ। प्रदेशभर में 81 परीक्षा केंद्रों में पेपर हुआ था। पेपर लीक होने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने परीक्षा रद्द कर दी थी। मामले की तह तक जाने के लिए सरकार ने विशेष जांच टीम का गठन भी किया है।