बाड़मेर. किसी अधिकारी या कर्मचारी का कार्यकाल कैसा रहा, यह देखना हो तो उसकी विदाई पार्टी देख लेनी चाहिए. यकीनन विदाई पार्टी उस अधिकारी के पूरे कार्यकाल का आईना होती है. ऐसी ही एक शानदार विदाई बाड़मेर जिले के समदड़ी थाने में कार्यरत कांस्टेबल जीतू सिंह की हुई है. दरअसल कांस्टेबल जीतू सिंह को दूल्हे की तरह सजाकर घोड़े पर बैठाया गया. थाने में जमकर आतिशबाजी हुई. वहीं, थाने में शादी जैसा माहौल देखकर हर कोई हैरान रह गया.
थाने में ढोल-ढमाकों और डीजे की आवाज धुन पर जश्न का नजारा देखकर हर कोई हैरान दिखा. सजे संवरे और गले में फूल माला के साथ सिर पर साफा बांधे कांस्टेबल घोड़े पर बैठे हुए थे. ऐसा लग रहा था कि शाही बारात निकल रही हो. कांस्टेबल की विदाई में डीजे पर न सिर्फ पुलिसकर्मी बल्कि गांव के लोग भी जमकर ठुमके लगा रहे थे.
कस्बे में निकला जुलूस
कांस्टेबल जीतू सिंह का जुलूस घोडे़ पर सवार समदड़ी मुख्य कस्बे से निकला तो हर कोई देखने के लिए एक बारगी रुक गया. दरअसल बाड़मेर जिले के समदड़ी थाने में कार्यरत कांस्टेबल जीतू सिंह का हाल ही में हनुमानगढ़ तबादला हो गया है. साथी पुलिसकर्मियों और गांव वालों ने अनूठे अंदाज में विदाई देकर दिल जीत लिया. दिलचस्प बात यह है कि करीब 1 किलोमीटर लंबा जुलूस निकाला गया.
ऐसा रहा कांस्टेबल का सफर
जीतू सिंह की साल 2013 में बाड़मेर में पुलिस कांस्टेबल पद पर ज्वाइनिंग हुई थी. वह 2015 से 2018 तक समदड़ी थाने में कार्यरत रहे. इसके बाद 2018 में कल्याणपुर थाने में तबादला होने के बाद पुनः 2018 में ही समदड़ी थाने में ट्रांसफर हो गया. वह मूलतः चूरू जिले के राजगढ़ तहसील के भरीण्ड़ा गांव के निवासी हैं. जीतू सिंह का कहना है कि बाड़मेर में उनका कार्यकाल बहुत ही अच्छा रहा और पुलिस कार्य के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी लगाव था, इसलिए ग्रामीणों का अपने प्रति प्रेम देखकर अभिभूत हूं. साथ ही कहा कि हर किसी के जीवन में विदाई को लेकर जिज्ञासा रहती है, लेकिन दूल्हे की तरह घोड़े पर बैठाकर विदाई के पल कभी नहीं भूल पाऊंगा. वहीं, कांस्टेबल के विदाई कार्यक्रम में समदड़ी तहसीलदार हनवंत सिह, थानाधिकारी दाऊद खान और पूर्व विधायक कानसिंह कोटड़ी सहित तमाम जनप्रतिनिधि, पुलिसकर्मियों और गांव के लोगों ने शिरकत की.