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अगर किसी घर में कोई एक बच्चा भी अधिकारी बन जाता है तो उसके परिवार का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. वहीं जिसके घर में दो बच्चे हैं और दोनों अफसर बन जाएं तो उसके खुशी का तो ठिकाना ही नहीं रहेगा. आज हम आपको एक ऐसे ही परिवार के दो जुड़वा बच्चों के सफलता की कहानी बताएंगे, जिन्होंने अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया. एक एसडीएम, तो दूसरे नायब तहसीलदार हैं.
सिपाही के दोनों बेटों ने परिवार का नाम रोशन कर दिया
दरअसल, उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में जसराना में सिंहपुर इलाके में रहने वाले अशोक यादव इस समय मथुरा कोतवाली में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं. उनकी फैमिली आगरा में रहती है. उनके परिवार में उनकी पत्नी के अलावा उनके दो जुड़वा बेटे हैं. जिनका नाम मोहित यादव और रोहित यादव है.
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माता-पिता ने दोनों बेटों को खूब पढ़ाया. रोहित और मोहित ने साथ में पढ़ाई की. बचपन से दोनों पढ़ने में अच्छे थे. हर परीक्षा दोनों भाइयों ने साथ दिया. आठवीं तक की पढ़ाई देहरादून से की. फिर आगरा पब्लिक स्कूल में आगे की पढ़ाई की. आगरा में रहते हुए दोनों ने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की. फिर दोनों ने साल 2017 में कानपुर के एचबीटीयू से बीटेक किया.
आगे दोनों UPSC का एग्जाम देने के लिए तैयारी शुरू कर दी. पहले प्रयास में उन दोनों को निराशा हाथ लगी. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, मेहनत करते रहे. फिर साल 2019 में अपने दूसरे प्रयास में मोहित और रोहित ने UPSC की परीक्षा क्लियर कर ली.
NB
जब सिपाही के दोनों बेटे अफसर बने. तो उनके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था. मोहित यादव का चयन एसडीएम और रोहित यादव नायब तहसीलदार बने. उन दोनों ने अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया और दूसरों के लिए प्रेरणादायक बन गए.