छोटी काशी मंडी में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में साबरी बंधुओं को बुलाने पर सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया है। सोशल मीडिया पर साबरी बंधुओं का लोग जमकर विरोध कर रहे हैं। साबरी बंधुओं का यह विरोध उनके द्वारा गाई गई एक कव्वाली “अल्लाह हू” को लेकर किया जा रहा है।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की पहली सांस्कृतिक संध्या में स्टार कलाकारों के रूप में साबरी ब्रदर्स को बुलाया गया था। पहले सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया था। स्टेज पर जब साबरी ब्रदर्स ने “अल्लाह हू” कव्वाली शुरू की तो सोशल मीडिया पर उनका विरोध शुरू हो गया।
सोशल मीडिया पर लोग एक के बाद एक कमेंट्स के माध्यम से विरोध करने लग गए। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों पर भी सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा जमकर भड़ास निकाली गई। सांस्कृतिक संध्या के बाद शहर में भी इस बात की खूब चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि आखिर शिवरात्रि महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में साबरी ब्रदर्स को क्यों बुलाया गया। छोटी काशी मंडी शिवभूमि है और शिवरात्रि के महोत्सव की संध्या में अल्लाह हू कव्वाली क्यों गाई गई।
डीसी मंडी के फेसबुक पेज पर भी विरोध जारी
मंडी में होने वाले अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के सभी कार्यक्रम डीसी मंडी के सोशल मीडिया पेज पर लाइव किए जाते हैं। डीसी मंडी के फेसबुक पेज पर भी साबरी ब्रदर्स की इस कव्वाली का लोग जमकर विरोध कर रहे हैं। वहीं अपने सोशल मीडिया पेज पर भी पर लोग पोस्ट शेयर कर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं।
शिव गाथाओं का ही गुणगान होता था पहले की शिवरात्रि में
मंडी में बुद्धिजीवी समाज का कहना है कि शिवरात्रि महोत्सव भगवान शिव से जुड़ा हुआ है। पहले के समय जब मंडी में शिवरात्रि महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते थे, तो उनमें केवल शिव गाथाओं का ही गुणगान होता था। लेकिन अब शिवरात्रि महोत्सव की सांस्कृतिक संध्याओं का स्वरूप पूरी तरह से बदल चुका है। लोगों को मनोरंजन के नाम संस्कृति को भूलाकर कर कुछ भी परोसा जा रहा है, जो बिल्कुल भी सही नहीं हैं।