सोलन के विकास पर विवाद  पड़ भारी पड़ रहा भारी  शहर वासी परेशान 

नगर निगम सोलन में मेयर , डिप्टी मेयर और पार्षदों में हुआ विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है।  जिसकी वजह से सोलन शहर वासी बेहद चिंतित है।  नगर निगम सोलन में हुए हंगामे को शहर वासियों ने शर्मनाक बताया उन्होंने कहा कि नगर निगम में 2 वर्षों में केवल हंगामे  ही होते रहे । किसी ने भी विकास की ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया।  सोलन में न कोई  पार्किंग की समस्या का हल हुआ और ना ही पानी समय पर मिल पाया।  शहर वासियों ने  कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि कांग्रेस की नगर निगम शहर वासियों को कुछ राहत प्रदान करेगी वायदे अनुसार उन्हें सस्ता पानी देगी और कूड़े के बिलों से उन्हें निजात दिलाएगी लेकिन ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला जिसकी वजह से आज सोलन शहर वासी बेहद हताश और निराश है
नगर परिषद पूर्व अध्यक्ष कुल राकेश पंत , पूर्व पार्षद मुकेश वर्मा ,  और  पूर्व निदेशक  बाबूराम चौहान  मुकेश गुप्ता ने  रोष  जताते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं ने उन्हें बहुत से वायदे किए थे लेकिन वह वायदे हवा हवाई साबित हो रहे है। पानी का बिल तो कम नहीं किया लेकिन प्रॉपर्टी टैक्स और बढ़ाया जा रहा है। यही नहीं  पानी की समस्या शहर में बेहद अधिक है। कूड़ा प्रबंधन शहर में शून्य हो चुका है।  लेकिन सोलन नगर निगम सुविधाएं देने की बजाए  लड़ाई झग़डे में व्यस्त है। जो समय बचता है उसमे केवल नगर निगम शहर वासियों पर नए टैक्स लगाने की ताक में रहती है। जिसकी वजह से शहर वासी बेहद परेशान है।  उन्होंने कहा कि नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर को शहर को स्वच्छ सुंदर बनाने के लिए नए आयाम देखने चाहिए लेकिन वह नित नए विवादों को रच कर शहर के विकास को प्रभावित कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को चाहिए कि वह इन विवादों पर अंकुश लगाए ताकि सोलन का विकास आरम्भ हो सके।