चीन में कोरोना को लेकर कई सख्त और कठोर नियमों के बावजूद कोरोना का प्रसार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मार्च में चीन ने 70000 से अधिक घरेलू कोविड-19 मामले दर्ज किए। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि 2020 में महामारी की शुरुआत के बाद से यह सबसे बड़ी संख्या है। बता दें कि चीन में कोरोना वायरस को लेकर जीरो-कोविड पॉलिसी अपनाई जा रही है, लेकिन जिनपिंग सरकार की इस पॉलिसी का भी खासा असर नजर नहीं आ रहा है। अधिकारियों द्वारा जीरो-कोविड नीति के कड़े उपायों पर बढ़ती नाराजगी के बीच, चीनी जनता अपनी निराशा और असंतोष व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा ले रही है। आर्थिक केंद्र शंघाई सहित देश भर में स्थानीय सरकारें ओमिक्रॉन के नेतृत्व वाले संक्रमणों की लहरों से लड़ रही हैं। शंघाई वर्तमान में टू-फेज लॉकडाउन से गुजर रहा है।
शंघाई में, लगभग 25 मिलियन लोगों का घर है। यहां अधिकारियों ने कुछ पश्चिमी क्षेत्रों को लॉकडाउन शेड्यूल से दो दिन पहले ही बंद करना शुरू कर दिया। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि शहर में रिकार्ड 5656 असिम्प्टोमटिक (बिना लक्षण वाले) कोविड-19 मामल दर्ज किए गए। इसके अलावा 29 मार्च को 326 सिम्प्टोमटिक (लक्षण वाले) मामले रिपोर्ट किए गए। ये मामले वर्तमान लहर में सबसे ज्यादा हैं। शहरव्यापी लॉकडाउन दो चरणों में लागू होगा और वुहान के बाद सबसे बड़ा लॉकडाउन है। वुहान में ही 2019 के अंत में सबसे पहले कोरोना वायरस के मामले मिले थे और वहां पर 76 दिनों तक लॉकडाउन लगाया गया था। हुआंगपु नदी के पूर्व में शंघाई के निवासियों को सोमवार से घरों में लॉक कर दिया गया है, जबकि पश्चिम में रहने वालों को पहले शुक्रवार से अपना चार दिवसीय लॉकडाउन शुरू करना था।