चीन के मकाऊ में कोरोना का प्रकोप, 2 साल बंद हुए सभी कैसिनो

बीजिंग. एशिया का लॉस वेगस’ कहे जाने वाले चीन के मकाऊ (Macau) शहर ने पिछले दो सालों में पहली बार अपने यहां के सभी कैसिनो को बंद कर दिया है. कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण ये फैसला लिया गया है. मकाऊ दुनिया के सबसे बड़े गैंबलिंग हब में से एक है. उसके इस फैसले से गेमिंग कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट आई है.

प्रतीकात्मक फोटो.

दरअसल, मकाउ में एक बार फिर से कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ने लगा है, जिसके चलते प्रशासन को यह कठोर कदम उठाना पड़ा है. मकाऊ के 30 से अधिक कैसीनो और दूसरे सभी व्यवसाय अगले एक सप्ताह के लिए बंद रहेंगे. इस दौरान शहर के लोग अपने घरों के अंदर कैद रहेंगे. उन्हें सिर्फ जरूरी सेवाओं के लिए छोटी यात्राएं करने की इजाजत होगी.

अमेरिकी कैसिनो एंड रिजॉर्ट कंपनी लॉस वेगस सैंड्स की मकाऊ मुख्यालय वाली सब्सिडियरी कंपनी सैंड्स चाइना के शेयरों में 9 फीसदी की गिरावट आई है. वहीं, मेल्को इंटरनेशनल, वाइन मकाऊ, एसजेएम, ग्लैक्सी एमजीएम चाइना जैसी कंपनियों के शेयर 6 से 7 फीसदी तक टूट हैं.

मध्य जून के बाद से मकाऊ में 1,500 से अधिक कोरोना के केस मिल चुके हैं. करीब 19,000 लोग अनिवार्य रूप से क्वांरटीन में है. चीन की सरकार ने कोरोना के प्रति ‘जीरो-टॉलरेंस नीति’ अपानाया हुआ है, जिसका इरादा महामारी के प्रकोप को सख्ती से दबाना है. हालांकि, मकाऊ के कई कैसिनो पिछले तीनों हफ्तों से एक तरह बंद हैं, क्योंकि उन्हें सिर्फ बेहद कम स्टाफ और गेस्ट की इजाजत के साथ खुले रहने की इजाजत दी गई.

हालांकि, प्रशासन के नए कदम के बाद अब निवेशकों का भरोसा डगमगा गया और इन कंपनियों से पैसे निकालने लगे हैं. कुछ एनालिस्ट्स का यह भी अनुमान है कि इन गेमिंग कंपनियों के शेयरों में वापस रिकवरी तीसरी तिमाही के अंत या चौथी तिमाही से पहले होने की उम्मीद नहीं है. जेपीमॉर्गन के एक एनालिस्ट्स ने कहा, “जुलाई और अगस्त में हमें इन शेयरों में तेजी भूल जाना होगा.”

मकाऊ के 30 से अधिक जोन को उच्च जोखिम वाले कैटगरी में डाला गया है, जहां कड़ा लॉकडाउन लागू है. यानी इन इलाकों के लोगों को न्यूनतम अगले 5 दिनों तक बाहर या अंदर जाने की जानकारी नहीं है. सरकार ने कहा कि वह पूरे शहर में लॉकडाउन नहीं लगा रहा ही, लेकिन उसके कड़े उपायों से मकाऊ लगभग एक तरह से बंद है.

इससे पहले मकाऊ में कैसिनो फरवरी 2020 में 15 दिनों के लिए बंद हुए थे. सरकार ने नौकरियों को बचाने का वादा किया है, जिसके चलते वह अभी तक कैसिनो को बंद करने से हिचकिचाती रही थी. कैसिनो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से काफी बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देते हैं.