हिमाचल प्रदेश में कोरोना एक बार फिर से लोगों को डराने लगा है। मंडी के नेरचौक मेडिकल कॉलेज में दो दिनों में 2 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में कोरोना संक्रमित पाई गई 19 वर्षीय युवती बिलासपुर व 63 वर्षीय बुजुर्ग जिला कुल्लू का रहने वाला था।
हैरानी की बात यह है दोनों मृतक मरीजों के जिलों में कोविड-19 का कोई भी टेस्ट नहीं किया गया था। युवती की मौत 6 अप्रैल को हुई व बुजुर्ग की मौत 7 अप्रैल को हुई है। दोनों मरीजों में कोरोना संक्रमण के साथ अन्य बीमारियों के भी लक्षण पाए गए थे।
बिलासपुर की 19 वर्षीय युवती को 27 मार्च को नेरचौक मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। 30 मार्च को युवती कोरोना पॉजिटिव निकली। रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमण के साथ, पलमोनरी ट्यूबरक्लोसिस, ट्रांसएमिनाटिस, वायरल हेपेटाइटिस से 19 वर्षीय युवती की मौत हुई है।
वहीं 63 वर्षीय बुजुर्ग में ग्लोटिक कैंसर, कार्डियोवैस्कुलर ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी बीमारी के साथ कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए थे। इसके साथ ही मंडी जिला में अब कोरोना के एक्टिव केस 320 व कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 43 हजार 770 हो गया है।
वहीं कोरोना से मरने वालों की संख्या 516 से बढ़कर 518 हो गई है। सीएमओ डॉ. एनके भारद्वाज ने मामलों की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को लोग हल्के में न लें। सर्दी, खांसी व कोरोना संक्रमण जैसे लक्षण होने पर मास्क का प्रयोग करें। जिला के अस्पतालों में बिना मास्क प्रवेश करने पर 500 रुपये जुर्माना रखा गया है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने से मंडी जिला में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है।