Coronavirus China: चीन में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जीरो कोविड नीति में ढील देने के बाद से ही मामलों में एक बड़ा उछाल देखने को मिला है। क्योंकि चीन ने अनिवार्य कोरोना जांच को खत्म करने के साथ ही आंकड़े जारी करना बंद कर दिया है, इसलिए संक्रमितों की सटीक संख्या पता नहीं है।
बीजिंग: चीन में जीरो कोविड पॉलिसी में छूट दी गई है, जिसके बाद बड़ी संख्या में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कोरोना वायारस के कारण लगभग 20 लाख लोगों की मौत होगी। इस बीच चीन के नर्सिंग होम में लगातार भीड़ बढ़ती जा रही है। उनके सामने सबसे बड़ी कठिनाई बुजुर्ग निवासियों को बचाना है। खबर यह भी है कि चीन में दवाओं की कमी है, जिससे निपटने के लिए दवा कंपनियों के कर्मचारी साइट पर ही रह रहे हैं। अधिकारियों ने तेजी से बढ़ते मामलों पर चेतावनी दी है। उद्योग मंत्रालय के अधिकारी झोई जियान ने बुधवार को कहा कि देश प्रमुख दवाओं के उत्पादन में तेजी लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
विशेषज्ञों को डर है कि देश जीरो कोविड पॉलिसी में ढील से निकलने के लिए तैयार नहीं है। लाखों बुजुर्ग लोग ऐसे हैं, जिन्हें टीका नहीं लगा है। बीजिंग में एक वृद्धाश्रम चलाने वाले मैनेजर ने कहा कि हम अभी भी पूरी तरह से सील हैं। सिर्फ भोजन और जरूरी चीजें ही अंदर आ सकती हैं। कोई भी अंदर नहीं आ सकता और न ही बाहर जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिन दवाओं का ऑर्डर दिया गया है वह एक हफ्ते बाद भी नहीं पहुंच सकी हैं।
कई वृद्धाश्रम किए गए सील
उन्होंने कहा कि वायरस से हमेशा के लिए बच पाना असंभव होगा। इसके पीछे उनका तर्क है कि कोरियर और डिलीवरी कर्मी लगभग कोरोना पॉजिटिव हैं। अगर पैकिंग को सैनेटाइज कर भी दिया जाता है तो खाने-पीने की चीजों को सैनेटाइज नहीं किया जा सकेगा। स्थानीय सरकार के निर्देशों के बाद कई वृद्धाश्रम को पहले ही हफ्ते में बंद कर दिया गया था। बीजिंग में यूचेंग सीनियर होम को पिछले हफ्ते 60 दिनों के लिए बंद कर दिया गया।
अस्पतालों पर दबाव
पिछले सप्ताह से ही चीन के क्लीनिकों पर दबाव बढ़ रहा है। WHO ने कहा कि वायरस पहले भी देश में फैल रहा था। जीरो कोविड नीति इसे रोक नहीं सका। कोरोना के मामलों को छिपाने में जुटा चीन अब आंकड़ों की डिटेल भी जारी नहीं कर रहा है। हालांकि सोमवार को बताया गया कि 3 दिसंबर के बाद दो मौत कोरोना से हुई हैं। इसके साथ ही अनिवार्य कोरोना जांच को भी खत्म कर दिया गया है। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक बीजिंग की एक नर्स ने कहा, ‘हमारे यहां सैकड़ों मरीज आ रहे हैं जो 90 साल के हैं।’ अस्पतालों पर इतना दबाव है कि एक नर्स जो कोरना संक्रमित है उसे तीन दिन बाद ही फिर काम पर बुला लिया गया। उन्होंने कहा कि लगभग पूरा अस्पताल संक्रमित है। जिनके लक्षण गंभीर नहीं हैं वह काम पर वापस लौट रहे हैं।