कोरोना के केस घटे तो अचानक मौतों की बढ़ी घटनाओं ने लोगों में दहशत पैदा कर दी। हाल के कुछ दिनों में इन्फ्लूएंजा फैलने से लोगों को मास्क पहनने की नसीहत दी जाने लगी। अब कोरोना ने फिर पांव पसारना शुरू कर दिया है। देश में कई जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ऊपर चला गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शेयर किए गए डेटा के मुताबिक महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में 15 अन्य जिले ऐसे हैं, जहां पॉजिटिविटी रेट 5 और 10% के बीच है। दिल्ली में बुधवार को कोविड पॉजिटिविटी रेट 3.05% पर पहुंच गया। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इस वायरल इन्फेक्शन से पिछले 24 घंटे में 1379 सैंपल्स का टेस्ट किया गया और 42 पॉजिटिव निकले।
कोरोना प्रभावित राज्य और 6 जिले
- पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) 25 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट
- आइजोल (मिजोरम) 16% से अधिक
- शिमला (हिमाचल) 14.29%
- मंडी (हिमाचल) 13%
- सोलन (हिमाचल) 12.5%
- गिर सोमनाथ (गुजरात) 11.76%
- यहां के 15 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 5%+
- महाराष्ट्र
- गुजरात
- राजस्थान
- मध्य प्रदेश
- तमिलनाडु
- कर्नाटक
- हिमाचल प्रदेश
- जम्मू कश्मीर
- दिल्ली (3%+)
(फोटो- lexica AI)
अभी देश में पॉजिटिविटी रेट कितना है?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 का पॉजिटिविटी रेट 1 प्रतिशत से कम ही रहा है। सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार TOI को बताया, ‘पिछले 24 घंटे में 95,385 सैंपल्स के टेस्ट किए गए। इसमें से 618 पॉजिटिव आए हैं।’ कोविड पॉजिटिविटी रेट कोरोनावायरस के लिए की गई टेस्टिंग और उसमें से पॉजिटिव आए मामलों से तय होता है। बुधवार को कुल 618 नए मरीज आए। पिछले साल 18 नवंबर को देश में 658 केस आए थे।
ICMR के साइंटिस्ट और इम्युनोलॉजिस्ट डॉ. एन के मेहरा ने कहा, ‘जिन क्षेत्रों से पॉजिटिव केस ज्यादा आ रहे हैं, जीनोम सिक्वेंसिंग की जानी चाहिए, जिससे नए वैरिएंट के उभरने की आशंका को खारिज किया जा सके।’ (फोटो- lexica AI)
टेंशन एक नहीं, दो है
कोरोना के मामले ऐसे समय में बढ़ने लगे हैं जब इन्फ्लूएंजा से भी मौतें हो रही हैं। कई एक्सपर्ट कोरोना के मामले बढ़ने की वजह सब-वैरिएंट XBB.1.16 को मान रहे हैं। जयपुर पहुंचे ऑस्ट्रेलिया के चार पर्यटक भी कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। महाराष्ट्र में पहले भी कोरोना के मामले काफी देखे गए थे। इस बार कोरोना के साथ-साथ इन्फ्लूएंजा ने टेंशन पैदा कर दी है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है कि राज्य में इन्फ्लूएंजा के कारण दो लोगों की मौत हुई है। 74 साल के एक व्यक्ति की मौत एच3एन2 से हुई है। जबकि दूसरा 23 साल का एमबीबीएस छात्र कोरोना के साथ-साथ इन्फ्लूएंजा वायरस से भी संक्रमित था। ऐसे में मास्क पहनने और भीड़भाड़ वाले इलाके से बचने की सलाह दी जा रही है।