कार्पोरेशन ने काटे थे देवदार के 370 हरे पेड़…वायरल वीडियो की वन विभाग ने की पड़ताल

 राष्ट्रीय राजमार्ग 707 के निर्माण के दौरान पैकेज-3 के अंतर्गत आने वाले कांडों-भटनोल जंगल में देवदार के सैकड़ों हरे पेड़ों पर पीला पंजा चलाने के मामले को लेकर श्री रेणुका जी वन मण्डल की डीएफओ द्वारा मौके का निरीक्षण करके जमीनी हकीकत की पड़ताल की गई। 

इस दौरान सड़क के दोनों तरफ तकरीबन एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले देवदार के जंगल को डीएफओ की अगुवाई में वन विभाग की पूरी टीम द्वारा खंगाला गया मगर मौके से ऐसे कोई भी ठोस साक्ष्य नहीं मिल पाए। जिससे देवदार के हरे पेड़ों के अवैध कटान की बात सामने आ सके। डीएफओ और उनकी टीम ने जब स्थानीय लोगों से इसके बारे में बातचीत की तो उपस्थित सभी लोगों ने देवदार के अवैध कटान की बात को सिरे से नकार दिया। 

आपको बताते चलें कि बीते दिनों नेशनल हाईवे 707 के चौड़ीकरण के दौरान देवदार के सैकड़ों हरे पेड़ों पर पीला पंजा चलाने का मामला सोशल-मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था, जिसमें वन विभाग पर माफिया को संरक्षण देने की बात भी सामने आई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग ने तत्काल हरकत में आ कर वन परिक्षेत्र अधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन करके मामले की जांच की गई। जिसके बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी शिलाई द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट की तसदीक करने के लिए श्री रेणुका जी वन मण्डल की डीएफओ द्वारा खुद मौके का दौरा करके पूरे प्रकरण की विस्तृत पड़ताल की गई।

ग्राम पंचायत कांडों-भटनोल के उप प्रधान अरुण सिंह, इन्द्र सिंह ठाकुर, दलीप ठाकुर, बहादुर सिंह, वीरेंद्र सिंह, सुरेश कुमार, सुनील कुमार, शूरवीर, अरुण, सूरत सिंह, कर्म सिंह, होशियार सिंह आदि स्थानीय लोगों ने बताया की आरक्षित वन भटनोल में हिमाचल प्रदेश वन निगम के द्वारा कुल 370 पेड़ों को काटने की अनुमति दी गई थी और बीते वर्ष अक्टूबर माह में कारपोरेशन के द्वारा सड़क से ऊपर की तरफ 195 पेड़ और सड़क से नीचे की तरफ को 175 पेड़ों को काट दिया गया था। 

उधर, श्री रेणुका जी वन मण्डल की डीएफओ उर्वशी ठाकुर ने बताया कि मौके की विस्तृत जांच और पड़ताल करने के बाद देवदार के हरे पेड़ों के अवैध कटान की कोई भी बात सामने नहीं आई है। हालांकि इस दौरान टीम द्वारा सड़क से ऊपर की तरफ देवदार के एक दर्जन से ज़्यादा ऐसे पेड़ों को चिन्हित किया गया है जो गिरने की कगार पर है। उन्होंने बताया की फील्ड स्टाफ को नियमित गश्त करने की सख्त हिदायत देकर आरक्षित वन क्षेत्र में किसी भी अवांछित होने की सूरत में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है।