कोरोना वायरस के बीच करीब दो साल बाद पहली बार हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल आईजीएमसी कोरोना मुक्त हो गया है. यहां अब एक भी मरीज कोरोना का भर्ती नहीं है.मई 2020 के बाद से आईजीएमसी. में लगातार कोरोना के मरीज भर्ती होते रहे हैं, लेकिन पहली बार यहां ऐसा समय देखने को मिला कि कोरोना के मरीज 24 मार्च के बाद भर्ती नहीं हुए हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब शीघ्र ही पूरा हिमाचल कोरोना फ्री हो सकता है.
बता दें कि कोरोना की चौथी लहर की आशंका के चलते इन दिनों ऐसा नहीं कि कोरोना के टेस्ट नहीं हो रहे हैं. कोरोना के टेस्ट हो रहे हैं, लेकिन अब कोरोना के मामले काफी ज्यादा कम हो गए हैं.
कोरोना के दो साल के भीतर IGMC में 3087 मरीजों का हुआ उपचार
आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने बताया कि कोरोना महामारी से पूरा विश्व चपेट में आया है. आईजीएमसी में पहला मामला मई 2020 में आया था, जिसके बाद लगातार मार्च 2022 तक मामले आते गए.दो साल के भीतर अस्पताल में 3087, जिसमें 670 मरीजों की मौत हो गई.कोरोना के दौरान अन्य मरीजों का भी उपचार किया गया.इसमें डायलिसिस से लेकर अन्य ऑपरेशन और सर्जरी भी की गई.उन्होंने बताया कि शुरुआत में इस महामारी से सभी डॉक्टर अनभिज्ञ थे, जिसके चलते मरीज़ों के साथ साथ डॉक्टरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी देखी गई, लेकिन आईजीएमसी में इस तरह किसी तरह की दिक्कत नहीं आई.