Covid 19 BF 7 Variant Severity: चीन में मध्य मार्च तक तीन लहर आ चुकी होंगी। इसका असर भारत में भी आ सकता है। वहीं डॉ. वर्मा ने बताया कि चीन को अधिक खतरा इसलिए है क्योंकि वहां पर लॉकडाउन था। लोग प्राकृतिक रूप से वायरस से संक्रमित नहीं हुए थे। जबकि भारत में कोरोना की दूसरी लहर में अधिकांश लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं।
कोरोना का डर एक बार फिर सताने लगा है। चीन में कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ.7 के घातक होने की आशंका के बाद देश में अलर्ट जारी है। नए वैरिएंट से ग्रस्त व्यक्ति एक दिन में 16 लोगों को संक्रमित कर सकता है। जबकि पहले के वैरिएंट में प्रभावित व्यक्ति दो से तीन को ही संक्रमित कर सकता था। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने देश के मेडिकल कॉलेजों को अलर्ट जारी कर दिया है। हरियाणा में पीजीआईएमएस रोहतक व स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने को कहा गया है। खास तौर पर निर्देश दिया है कि कोरोना से सुरक्षा के लिए टीकाकरण पर भी फोकस करें।
आरनोट की तरह है नया वैरिएंट
पीजीआईएमएस में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर एवं को वैक्सीन रिसर्च टीम के सदस्य डॉ. रमेश वर्मा ने बताया कि कोरोना का नया वैरिएंट बीएफ.7 घातक है। 2023 के पहले 90 दिनों में चीन की 60 फीसदी जनता इससे प्रभावित होगी। यह एक आरनोट की तरह है। इसका संक्रमित मरीज एक दिन में 16 लोगों को संक्रमित करने की क्षमता रखता है। जबकि पहले के वैरिएंट में एक मरीज दो से तीन लोगों को ही संक्रमित कर सकता था।
इस हिसाब से नया वैरिएंट अधिक तेजी से फैलेगा और स्वास्थ्य विभाग को कम समय में अधिक लोगों का उपचार करने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। नये वैरिएंट की जांच के लिए जीन सिक्वेंसिंग अति आवश्यक है, जो भी मरीज सामने आएगा उसके सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा जाएगा, ताकि समय पर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
घबराने की जरूरत नहीं, एहतियात जरूरी
चीन में मध्य मार्च तक तीन लहर आ चुकी होंगी। इसका असर देश में भी आ सकता है। वहीं डॉ. वर्मा ने बताया कि चीन को अधिक खतरा इसलिए है क्योंकि वहां पर लॉकडाउन था। लोग प्राकृतिक रूप से वायरस से संक्रमित नहीं हुए थे। जबकि देश में कोरोना की दूसरी लहर में अधिकांश लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। स्वयं संक्रमित होने व टीकाकरण से लोगों में इस वायरस से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता बनी हुई है। इसलिए अधिक घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन एहतियात रखनी बहुत जरूरी है, क्योंकि कोरोना का वैरिएंट कब रूप बदलेगा और कितना घातक होगा, कहा नहीं जा सकता, इसलिए जरूरी है कि सभी अपना टीकाकरण करवाएं और बूस्टर डोज जिन्होंने नहीं लगवाई है वह लगवा लें।