जीव है और एक बार कोई जीव और यहां तक कि इंसान इसके जबड़े में फंस जाए तो उसका बचना लगभग नामुमकिन है. चंबल नदी में मिलने वाले मगरमच्छ बहुत खतरनाक हैं और अक्सर इंसानों पर हमला कर देते हैं. राजस्थान के करौली ज़िले में एक शख़्स पर भी मगरमच्छ ने हमला कर दिया. इस शख़्स की पत्नी ने अपनी जान की परवाह किए बगैर मगरमच्छ से लड़ी और पति की जान बचाई.
मगरमच्छ ने किया शख़्स पर हमला
बीते मंगलवार दोपहर को ज़िला करौली के मंडरायल के पास बहने वाली चंबल नदी के कैम कच्छ गांव घाट में एक रूह कंपाने वाली घटना घटी. कैम कच्छ गांव के रहने वाला केदार मीणा बकरियां चरा रहा था. उसकी पत्नी विमल भी उसके साथ थी. बकरियां पानी पी रही थी और केदार नदी में नहाने चला गया. जैसे ही वो नदी में उतरा एक मगरमच्छ ने पीछे से हमला कर दिया. मगरमच्छ ने केदार का पैर जबड़े में दबा लिया और गहरे नदी में खींचने लगा.
पति को बचाने के लिए मगरमच्छ से भिड़ गई महिला
मगरमच्छ से बचने के लिए केदार ने पूरी ताकत लगा दी लेकिन मगरमच्छ से जीत पाना कहां आसान है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, केदार ने मगरमच्छ की कमर पकड़ ली और उससे खुद को छुड़ाने की कोशिश करने लगा. पति की चीखें सुनकर विमल भागकर वहां आई और बिना अपनी जान की परवाह किए लाठी लेकर ही नदी में कूद गई. पति को बचाने के लिए विमल ने मगरमच्छ पर लाठी से वार किया लेकिन मगरमच्छ ने केदार का पैर नहीं छोड़ा. इसके बाद विमल ने पूरी ताकत लगाकर मगरमच्छ के आंख में लाठी से हमला किया और तब जाकर उसने पैर छोड़ा.
पति को पहुंचाया अस्पताल
पति की जान बचाने के बाद विमल ने घायल पति को कंधे पर उठाया और 300 मीटर दूर स्थित अपने घर पहुंची. घरवालों की मदद से केदार को मंडरायल अस्पताल में भर्ती करवाया गया. डॉक्टरों ने उसे करौली अस्पताल रेफ़र कर दिया जहां केदार का इलाज कर उसे छुट्टी दे दी गई.
गौरतलब है कि इस घाट पर मगरमच्छ द्वारा हमले का ये पहला वाकया है. ग्रामीणों के अनुसार चंबल के मगरमच्छ के हमले में कोई ज़िन्दा नहीं बचता और ये पहला वाकया है जब कोई ज़िन्दा बच गया.