इंदौर के आजाद नगर पुलिस ने कॉलेज छात्रों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो क्रिप्टो करेंसी में निवेश का झांसा देकर लंबे समय से लोगों को ठगी का शिकार बना रहा था। ठगी की इस कमाई से बदमाशों ने महंगी बाइक, आईफोन, ज्वेलरी खरीद रखी थी।
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने होलकर साइंस कॉलेज और आईपीएस कॉलेज के छात्रों के खातों में करोड़ों रुपए जमा किए थे। उसके बदले में छात्रों को जमा राशि का 10 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। आजाद नगर पुलिस टीम ने मामले में दो अन्य छात्रों को भी गिरफ्तार किया है, जिनका नाम आर्यन और मयंक है़। सभी आरोपी ग्वालियर टीकमगढ़ और इंदौर के रहने वाले हैं।
इंदौर: इंदौर के आजाद नगर पुलिस ने कॉलेज छात्रों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो क्रिप्टो करेंसी में निवेश का झांसा देकर लंबे समय से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे। ठग, ठगी के रुपए में कॉलेज के नए छात्रों के खाते में जमा कराते थे।
इसके बदले में उन्हें जमा राशि का 10 प्रतिशत कमीशन देते थे। ठगी की इस कमाई से बदमाशों ने महंगी बाइक, आईफोन, ज्वेलरी खरीद रखी थी। दरअसल, मूसाखेड़ी निवासी अरबाज ने थाना आजाद नगर को इंस्टाग्राम पर धोखाधड़ी की शिकायत की थी। इसपर एसीपी मोती उर रहमान ने जब इस मामले की तफ्तीश की तो जांच में पाया कि छात्रों का एक गैंग इंस्टाग्राम के जरिए लोगों से ठगी कर रहा है।
बदमाशों ने इंस्टाग्राम पर ट्रेडर अंडर स्कोर प्रीती शर्मा के नाम से एक फर्जी अकाउंट बना रखा है। उसके बाद पुलिस ने आरोपी पीयूष चौहान व मास्टरमाइंड नितिन साहू को गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपी होलकर साइंस कॉलेज और आईपीएस कॉलेज के छात्र हैं।
अलग-अलग लोगों से अब तक करोड़ों रुपए ठग चुके थे आरोपी
एसीपी मोती उर रहमान ने बताया कि गिरफ्त में आए आरोपी छात्र क्रिप्टो करेंसी में निवेश का झांसा देते थे। तय समय में कई गुना मुनाफा दिखाकर निवेशक को एक डिजिटल प्रमाण पत्र जारी कर देते थे। निवेशक के रुपये मांगने पर प्रोसेसिंग फीस के नाम पर रुपये जमा करवाते और पैसे जमा हो जाने के बाद उसकी आईडी ब्लॉक कर देते थे। इस तरह आरोपी अलग-अलग लोगों से अब तक करोड़ों रुपए ठग चुके थे।
दोस्त हुआ ठगी का शिकार, फिर करने लगा ठगी
पुलिस पुछताछ में गिरोह के सरगना नितिन साहू ने बताया कि पूर्व में मेरे साथी पीयूष चौहान के साथ इंस्टाग्राम पर 27 हजार रुपए की ठगी हुई थी। वहीं से आइडिया मिला और फिर हमने ठगी करना शुरू कर दिया। सरगना नितिन शाहू पहले ब्लू ब्रदर्स नाम से कैफे संचालित करता था।