जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में खुदकुशी करने वाले जवान नरेश जाट का (CRPF Jawan Naresh Jat Suicide Case) अब पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. सोमवार को जवान ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर लिया था. इसके बाद परिवार ने शव लेने से इनकार कर दिया था.
गुरुवार को सीआरपीएफ के ट्रेनिंग एडीजी रश्मि शुक्ला के साथ वार्ता के बाद परिवार शव उठाने के लिए राजी हो गया. इस मामले में सीआरपीएफ ट्रेनिंग एडीजी ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही जवान विकास कुमार और सन्दीप कुमार की आत्महत्या की भी जांच होगी.
सीआरपीएफ ट्रेनिंग एडीजी रश्मि शुक्ला ने जवान नरेश जाट के परिजनों को धन्यवाद दिया कि उन्होंने अंतिम समय तक न्याय के लिए लड़ा. इसके साथ ही मृतक की पत्नी को सरकारी नोकरी और उनकी बेटी की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाने की आश्वासन दिया गया है. इसके साथ ही मदद के तौर पर 25 लाख रुपये भी परिवार को सौंपा जाएगा.
इसके साथ ही संसद में आयोग गठन की मांग करने की बात भी अधिकारी ने कही है.सीआरपीएफ जवान नरेश जाट का शव जोधपुर स्थित एमजीएच अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया था.
परिवार ने अपनी 7 सूत्री मांगों को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया था. इस दौरान आरएलपी प्रमुख एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी परिजनों के साथ अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए थे. बेनीवाल ने बुधवार को सीआरपीएफ के राजस्थान आईजी विक्रम सहगल और दिल्ली से आए आईजी आरके यादव के साथ वार्ता करने से इनकार कर दिया था.