रूस की मंशा जंग खत्म करने की नजर नहीं आ रही है, क्योंकि एक महीन से वह लगातार यूक्रेन पर हमले करने के बाद भी थमा नहीं है। बीते दिन पुतिन ने उत्तरी अटलांटिक में परमाणु पनडुब्बियां उतार दी थीं। वहीं यूक्रेन के पश्चिमी शहर ल्वीव पर रूस की ओर से राकेट हमले जारी हैं, जो इस बात के संकेत हैं कि रूस देश के केवल पूर्वी हिस्से को निशाना बनाने के अपने दावों के बावजूद देश के अन्य स्थानों पर भी हमला कर रहा है। रूसी सेना ने पश्चिमी यूक्रेनी शहर ल्वीव पर एयर एस्ट्राइक की। रूसी सेना ने क्रूज मिसाइलों से ल्वीव को निशाना बनाया।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि रूस ने पश्चिमी यूक्रेन के शहर ल्वीव में उच्च-सटीकता वाली क्रूज मिसाइलों से सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। रूस ने एक ईंधन डिपो को निशाना बनाया है।ये हमला तब हुआ, जब अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पड़ोसी पोलैंड का दौरे पर थे। बैक-टू-बैक हवाई हमलों ने ल्वीव को हिलाकर रख दिया है। यहां 200,000 लोगों को अपने घरों को छोड़कर भागना पड़ा है। बता दें कि शुरुआत में रूस ने ल्वीव पर कम हमले किए थे, लेकिन बीते सात दिन से रूस अब ल्वीव पर लगातार अटैक कर रहा है। उधर, मारियुपोल के मेयर वादिम बॉयचेंको ने कहा कि शहर की आधी आबादी खाली हो गई है। मारियुपोल के करीब 2.25 लाख लोगों ने पलायन किया है। बता दें कि यहां युद्ध से पहले 540,000 लोग रहते थे।
यूक्रेन की मीडिया का दावा, युद्ध में अब तक रूस के 16600 सैनिकों की मौत
जंग में जीत चाहे किसी को ही, हार सिर्फ इनसानियत की होती है। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए एक महीने से भी ज्यादा का समय हो चुका है। यूक्रेन में चारों तरफ सिर्फ और सिर्फ तबाही है। इनसानी जिंदगी आंकड़े बनकर रह गई है। रूस कह रहा है कि जंग शुरू होने से अब तक उनके 1,351 जवान मारे गए, जबकि यूक्रेन की मीडिया का कहना है कि रूस के 16 हजार से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं। यूक्रेन की वेबसाइट दि कीव इंडीपेंडेंट के मुताबिक 24 फरवरी को यूक्रेन पर हुए रूसी हमले के बाद से अबतक उनके 16,600 सैनिक मारे जा चुके हैं। इसके अलावा 582 रूसी टैंक बर्बाद किए जा चुके हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि यूक्रेनी सेना ने रूस के 1,664 युद्धपोतक वाहनों को नष्ट किया है। ये भी दावा है कि अब तक रूस के 121 लड़ाकू विमान और 127 हेलिकाप्टर गिराए जा चुके हैं।