क्राइम ब्रांच सेक्टर बॉर्डर ने नशा तस्करी के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक युवक डी फार्मा किया हुआ है। आरोपी कोरियर के जरिए बिहार से इंजेक्शन मंगाते थे। आरोपियों से 3092 नशीले इंजेक्शन बरामद किए हैं। 22 रुपये का इंजेक्शन 300 रुपये में बेच रहे थे।
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क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप कुमार ने बताया आरोपियों में रोहित, मनोज उर्फ सादाब और अजय के नाम शामिल हैं। आरोपी रोहित फरीदाबाद के गांव बडौली, आरोपी मनोज पंजाब के मोहाली और अजय बिहार के चंपारण का रहने वाला है। टीम ने सबसे पहले रोहित को नशीले इंजेक्शन के साथ बीपीटीपी इलाके से गिरफ्तार किया और फिर स्कूटी में रखे बुप्रेनो 1600 इंजेक्शन बरामद किए थे। आरोपी के पास इन्हें बेचने या भंडारण करने का कोई लाइसेंस नहीं था। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर अदालत से छह दिन की रिमांड पर लिया गया। उससे पूछताछ के बाद दूसरे साथियों को गिरफ्तार किया गया।
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मेडिकल एसोसिएशन ग्रुप से हुआ था सभी का संपर्क
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी रोहित ने डी-फार्मा का कोर्स कर रखा है। वह मेडिकल स्टोर पर काम करता था। आरोपियों का एक दूसरे से संपर्क व्हाट्सएप के एक मेडिकल एसोसिएशन ग्रुप के जरिए हुआ था। आरोपी रोहित ने मोहाली निवासी मनोज से इंजेक्शन के लिए संपर्क किया। मनोज कोरियर के जरिए बिहार से आरोपी अजय से इंजेक्शन मंगवाता था। आरोपियों को पता था कि दिल्ली एनसीआर में नशीले इंजेक्शन की खपत काफी ज्यादा है। दोनों मिलकर फरीदाबाद में रोहित को इंजेक्शन सप्लाई करते थे। वह इन्हें महंगे दामों पर आगे बेचता था। किसी को शक ना हो इसके लिए आरोपी कोरियर का इस्तेमाल करते थे। कोरियर लाने वाले को पता ही नहीं होता था कि वह जाने अनजाने नशा सप्लाई कर रहा है।
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी रोहित ने डी-फार्मा का कोर्स कर रखा है। वह मेडिकल स्टोर पर काम करता था। आरोपियों का एक दूसरे से संपर्क व्हाट्सएप के एक मेडिकल एसोसिएशन ग्रुप के जरिए हुआ था। आरोपी रोहित ने मोहाली निवासी मनोज से इंजेक्शन के लिए संपर्क किया। मनोज कोरियर के जरिए बिहार से आरोपी अजय से इंजेक्शन मंगवाता था। आरोपियों को पता था कि दिल्ली एनसीआर में नशीले इंजेक्शन की खपत काफी ज्यादा है। दोनों मिलकर फरीदाबाद में रोहित को इंजेक्शन सप्लाई करते थे। वह इन्हें महंगे दामों पर आगे बेचता था। किसी को शक ना हो इसके लिए आरोपी कोरियर का इस्तेमाल करते थे। कोरियर लाने वाले को पता ही नहीं होता था कि वह जाने अनजाने नशा सप्लाई कर रहा है।
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लत ऐसी कि 22 का इंजेक्शन 300 में लेते थे नशेड़ी
नशे के अवैध कारोबार में मोटे-मुनाफे के कारण ही पढ़े लिखे युवा इसकी चपेट में आ रहे हैं। डीफार्मा करने के बाद भी आरोपी रोहित ने मेडिकल स्टोर से साफ सुथरी कमाई की बजाय अवैध धंधे को चुना। दरअसल नशे की लत में पड़े नशेड़ियों में इस इंजेक्शन की मांग इतनी ज्यादा है कि रोहित बिहार निवासी अजय से एक इंजेक्शन मात्र 22 रुपये कीमत में खरीदकर यहां 300 रुपये में बेच रहा था। रिमांड के दौरान मनोज की निशानदेही पर आरोपी मनोज को पंचकूला से गिरफ्तार कर कब्जे से 1492 इंजेक्शन बरामद किए गए। मनोज ने बताया वह चंडीगढ़ में नशा सप्लाई करता है और रोहित के लिए फरीदाबाद में इंजेक्शन भेजता है।
नशे के अवैध कारोबार में मोटे-मुनाफे के कारण ही पढ़े लिखे युवा इसकी चपेट में आ रहे हैं। डीफार्मा करने के बाद भी आरोपी रोहित ने मेडिकल स्टोर से साफ सुथरी कमाई की बजाय अवैध धंधे को चुना। दरअसल नशे की लत में पड़े नशेड़ियों में इस इंजेक्शन की मांग इतनी ज्यादा है कि रोहित बिहार निवासी अजय से एक इंजेक्शन मात्र 22 रुपये कीमत में खरीदकर यहां 300 रुपये में बेच रहा था। रिमांड के दौरान मनोज की निशानदेही पर आरोपी मनोज को पंचकूला से गिरफ्तार कर कब्जे से 1492 इंजेक्शन बरामद किए गए। मनोज ने बताया वह चंडीगढ़ में नशा सप्लाई करता है और रोहित के लिए फरीदाबाद में इंजेक्शन भेजता है।