प्रदेश में मंडी व धर्मशाला में दो नए साइबर पुलिस थाने बनाएं जाएंगे। प्रदेश में लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम के मामलों को लेकर प्रदेश सरकार ने साइबर पुलिस थाने खोलने का निर्णय लिया है। दोनों साइबर पुलिस थाने आधुनिक सुविधाओं से पूरी तरह से लैस होंगे। इसके अलावा साइबर क्राइम के मामले हल करने के लिए पुलिस विभाग सॉफ्टवेयर भी खरीदेगा। अभी तक प्रदेश में मात्र पुलिस मुख्यालय शिमला में एक ही साइबर पुलिस थाना है। पुलिस मुख्यालय शिमला के साइबर पुलिस थाना में वर्ष 2021 में साइबर क्राइम के करीब 5500 शिकायतें दर्ज की गई हैं, इनमें 2300 शिकायतें ऑनलाइन ठगी की दर्ज की गई हैं। इसके अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में वर्ष 2021 में साइबर क्राइम की 2500 शिकायतें दर्ज की गई है। अगर बात की जाए वर्ष 2022 में तो अभी तीन माह में ही साइबर क्राइम की 600 शिकायतें साइबर पुलिस थाना शिमला में दर्ज की जा चुकी हैं। साइबर क्राइम की इन शिकायतों में लोगों से करीब 27 लाख रुपए की ठगी हुई है।
इसमें साइबर सैल शिमला ने 12 लाख रुपए की राशि रिफंड करवाए हैं, जबकि 15 लाख रुपए की राशि बैंकों में होल्ड करवाई गई है। गृह मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार साइबर पुलिस थानों में एचपीएस रैंक के पुलिस अधिकारी को साइबर पुलिस थाना का प्रभारी लगाया जाएगा। इसके अलावा पांच इंस्पेक्टर और 15 से 20 पुलिस कंस्टेबल तैनात किए जाएंगे। प्रदेश के धर्मशाला और मंडी जिला में दो नए साइबर पुलिस थाना खोलें जाएंगे। शुरुआत में साइबर पुलिस थाने किराए भवन में चलाए जा सकते हैं, उसके बाद साइबर पुलिस थानों की भूमि मिलने पर भवन निर्माण किया जाएगा। उधर, एसपी साइबर क्राइम रोहित मालपानी का कहना है कि प्रदेश में धर्मशाला और मंडी में साइबर पुलिस थाने बनाए जाने हैं। उन्होंने बताया कि साइबर पुलिस थाने आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे और इसके लिए सॉफ्टवेयर भी खरीदे जाएंगे।