शिमला, हमीरपुर और सोलन से भी साइबर सेल को ऑनलाइन शिकायतें मिली हैं। साइबर सेल के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने कहा कि वर्ष 2022 में ढाई महीने के अंतराल में साइबर अपराध काफी बढ़ा है। शातिर नए तरीकों का प्रयोग कर हिमाचल के लोगों को ठग रहे हैं। पैन कार्ड बनाने से लेकर क्रेडिट कार्ड के प्वाइंट रिडीम करने, ओटीपी शेयर करने, लोन देने के लिए साक्षात्कार करवाने के नाम पर लिंक भेजकर ठगी की जा रही है। करीब 400 ऐसी एप्लीकेशन हैं, जो फर्जी हैं। इनके लिंक लोगों को भेजे जा रहे हैं। लोग भी इनके झांसे में आकर लोन और अन्य चीजों के लिए आवेदन कर देते हैं। ऐसे में उनके अकाउंट से पैसे कटने शुरू हो जाते हैं। इसके बाद लोग पुलिस थाना आकर शिकायतें करते हैं।
हिमाचल प्रदेश में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। फर्जी कंपनियां लोगों को झांसे में लेकर लाखों का चूना लगा रही हैं। ढाई महीने के भीतर इन फर्जी कंपनियों ने 325 लोगों को ठगा है।
हिमाचल प्रदेश में फर्जी कंपनियां लोगों को झांसे में लेकर लाखों का चूना लगा रही हैं। ढाई महीने के भीतर इन फर्जी कंपनियों ने 325 लोगों को ठगा है। इनसे 35 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। साइबर थाने में लोगों ने शिकायत दर्ज करवाई है। 10 लाख 50 हजार की राशि लोगों को रिफंड की गई है, जबकि 15 लाख से ज्यादा राशि को होल्ड कर दिया गया है। फर्जी कंपनियां लोगों को ओटीपी शेयर करने और लोन देने का झांसा दे रही हैं। पुलिस ने ठगी करने में इस्तेमाल होने वाली साइटों को चिह्नित कर इनका इस्तेमाल न करने की एडवाइजरी जारी की है। जिला कांगड़ा में ज्यादा लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं।
2022-03-17