मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में इन दिनों डकैत गुड्डा गुर्जर की दहशत बरकरार है। डकैत ने ग्रामीणों में इतनी दहशत भर दी है कि वे कहीं आना-जाना भी बंद कर दिए हैं। ऐसे में डकैत ने ग्रामीणों से कहा, जमीन दो या गांव छोड़कर चले जाओ।
मुरैना जिले के तहत आने वाले चंबल के कुख्यात और 65 हजार रुपये के इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर ने चांचौल गांव के लोगों को गांव खाली करने की धमकी दी है। गांव वालों ने इस बात की जानकारी दी। उन लोगों ने बताया, डकैत ने उन्हें जमीन देने या फिर गांव खाली कर कहीं और बसने का फरमान सुनाया है। बता दें कि चांचौल गांव मुरैना जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर है। गांव तक पहुंचने के लिए ऊबड़-खाबड़ गिट्टी वाला रास्ता है।
बताते चलें, चांचौल गांव के पप्पू गुर्जर ने अपनी लड़की की शादी डकैत गुड्डा गुर्जर के भतीजे से की है। पप्पू गुर्जर और मातादीन गुर्जर दोनों उसके रिश्तेदार हैं। दोनों ने चांचौल गांव की लगभग 300 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया है। ये जमीन वन विभाग की है, गांव के लोग इस पर मवेशी चराते थे। गांव वालों ने एसपी आशुतोष बागरी से शिकायत की तो वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने थाना प्रभारी से कहा, इस जमीन से कब्जा हटवाओ, लेकिन गुड्डा डकैत के डर से थाना प्रभारी ने भी अपने हाथ पीछे खींच लिए।
गांव वालों ने बताया, गुड्डा डकैत कुछ दिन पहले उनके गांव में आया था। उसके साथ उसके साथी कीटू गुर्जर और भोला गुर्जर भी थे। उन्होंने गांव वालों के साथ मारपीट की। यहां तक कि उन्हें बचाने आए उनके बच्चों तक को नहीं बख्शा। उसने धमकी देते हुए कहा, अगर पुलिस से शिकायत की तो जान से मार देंगे। 65 हजार रुपये के इनामी कुख्यात डकैत गुडुडा गुर्जर पर मुरैना के पहाड़घड़, ग्वालियर और शिवपुरी सहित धौलपुर में दो दर्जन से अधिक अपराधिक मामले दर्ज हैं। इन मामलों में एक मामला हत्या का और तीन मामले हत्या के प्रयास सहित लूट और मारपीट के हैं।
दहशत में ग्रामीण…
चांचौल गांव के ग्रामीणों ने बताया, उनके पास खेती-बाड़ी नहीं है। वे मवेशी चराकर अपने और परिवार का पालन-पोषण करते आए हैं। गुड्डा डकैत के रिश्तेदारों ने जो जमीन घेर ली है, उसी पर वे जानवर चराते थे। अब उनके सामने मवेशी चराने का संकट पैदा हो गया है। अगर यही हाल रहा तो उनके और परिवार की भूखों मरने की नौबत आ जाएगी।