मध्य प्रदेश के दमोह में दलितों के तिहरे हत्याकांड का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि छतरपुर में फिर दलित महिला को मामूली बात पर सरेआम लाठियों से पीटने का मामला सामने आया है।
मध्य प्रदेश में एक दलित महिला को देव चबूतरे पर चढ़ने पर लाठियों से पीटने का मामला सामने आया है। मारपीट से महिला की हालत गंभीर हो गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपी फरार है।
जानकारी के अनुसार मानवता को शर्मसार करने वाला ये मामला छतरपुर जिले के बमीठा थाना क्षेत्र के कोंडन गांव का है। पुलिस ने बताया कि गांव में एक चबूतरा बना है। जिसे बरम देव के चबूतरे के नाम से जाना जाता है। बुधवार रात गांव में ही रहने वाली 28 वर्षीय उषा अहिरवार आईं और वह बरम देव के चबूतरे की एक सीढ़ी चढ़ कर वहां मत्था टेकने लगी। तभी वहां मौजूद बबलू पटेल आक्रोशित हो गया और जाति सूचक शब्द कहते हुए उषा के साथ मारपीट शुरू कर दी। उसे लाठियों से पीटा गया। उषा को कमर और सीने में गंभीर चोटें भी आई हैं। गांववालों ने बीचबचाव किया और महिला को स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।
मामले की जानकारी पुलिस तक पहुंची। पुलिस गांव में पहुंची और मामले में पूछताछ की। थाना प्रभारी अरविंद सिंह दांगी ने बताया कि आरोपी बबलू पटेल के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। घटना के बाद गांव के दलित समाज में आक्रोश देखा गया। लोगों ने बताया कि उषा पिछले कई दिनों से बीमार चल रही थी, उसे इस बात का शक था कि उसके ऊपर कोई जादू-टोना करा रहा है। इसी के चलते वह वहां गई हुई थी।
बता दें कि 25 अक्टूबर की सुबह दमोह जिले के देहात थाना के देवरान गांव में एक दलित परिवार के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। महिला संबंधी विवाद को लेकर आरोपी जगदीश पटेल के परिवार के लोगों ने दलित समाज के 5 लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। इसमें घमंडी अहिरवार उसकी पत्नी राज प्यारी और पुत्र मानक अहिरवार की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो बेटे महेश और बल्लू गंभीर रूप से घायल हुए थे। मामला प्रदेश भर में गर्मा रहा है। सीएम भी आक्रोश जता चुके हैं।