MP में सुरक्षित नहीं बेटियां: ‘मामा’ के राज में भांजियों से दुराचार, नाबालिग बच्चियां हो रहीं दरिंदगी का शिकार

मध्यप्रदेश में 20 अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर तक बच्चियों से ज्यादती के पांच से ज्यादा मामले सामने आए हैं। प्रदेश सरकार बेटियों के सुरक्षित होने के दावे करती है, लेकिन राज्य में महिला सुरक्षा की स्थिति बेहद खराब है।

मध्यप्रदेश में सुरक्षित नहीं बेटियां

मध्यप्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है। प्रदेश में नाबालिग बच्चियों से लेकर युवतियां कर सुरक्षित नहीं हैं। हर दिन प्रदेश के किसी न किसी जिले से बच्चियों और युवतियों से रेप के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, दरिंदगी को छुपाने के लिए अब दुराचारी रेप के बाद उनकी हत्या करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। बीते पांच दिनों की ही बात करें तो रेप और गैंगरेप की पांच बड़ी वारदातें खंडवा, मुरैना, भिंड, शिवपुरी और ग्वालियर में सामने आई हैं। प्रदेश सरकार भले ही राज्य में महिला सुरक्षा का डंका पीट रही हो, लेकिन हकीकत सरकार के दावों से कोसों दूर है। अगर यहीं आलम रहा तो शायद बच्चियां घर से बाहर निकलना ही छोड़ देंगी। आइए आपको हाल ही के कुछ मामलों के बारे में बताते हैं।

खंडवा में चार साल की बच्ची से गैंगरेप

खंडवा में चार साल की आदिवासी बच्ची के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। वारदात के करीब 14 घंटे बाद पीड़ित बच्ची घर से डेढ़ किमी दूर झाड़ियों में जख्मी हालत में मिली। बच्ची छिंदवाड़ा जिले के पंधाना की रहने वाली है। दिवाली के कुछ वक्त पहले वह अपनी बुआ के साथ खंडवा के जसवाड़ी में एक गांव में आई थी। उसके फूफा एक खेत में काम करते हैं, खेत में बनी झोपड़ी में ही वह रहते हैं। खेत के पास बने एक ढाबे में काम करने वाला वेटर रात में खटिया पर सो रही बच्ची को झोपड़ी से उठाकर ले गया और अपने एक साथी के साथ मिलकर उससे दुराचार किया। वारदात के बाद दोनों आरोपियों ने उसकी हत्या करने की नियत से गला दबाया, नशे की हालत में आरोपी बेहोश बच्ची को मरा समझकर झाड़ियों में ही फेंककर चले गए। वारदात के कुछ घंटों बाद पुलिस  ने आरोपी वेटर को तलाश कर लिया है। दूसरे की तलाश जारी है।

मुरैना में आठवीं की छात्रा से रेप

मुरैना जिले में मंगलवार 1 नवंबर को 14 साल की छात्रा से रेप हुआ। पीड़िता स्कूल से घर जाने के लिए निकली थी, तभी उसे रास्ते में स्कूटी सवार दो युवक मिले, दोनों में से एक छात्रा के पहचान का था। उसने छात्रा को स्कूटी से घर छोड़ने की बात कही, जिस पर छात्रा उसके साथ जाने के लिए राजी हो गई। युवक उसे पास के ही हार्ट बीट रेस्ट्रां लेकर गया और फिर वहां के एक कमरे में ले जाकर उसके साथ दुराचार किया। वारदात के बाद आरोपी मौके से भाग निकला, छात्रा किसी तरह घर पहुंची और अपनी मां को आप बीती सुनाई। पीड़िता की मां ने थाने में दुराचार का मामला दर्ज कराया है।

शिवपुरी में दलित युवती से गैंगरेप
शिवपुरी जिले के कनाखेड़ी गांव में दलित युवती से गैंगरेप किया गया। पीड़िता ने दुराचार के बाद जहरीले पदार्थ का सेवन कर जान दे। 20 वर्षीय पीड़िता बीए सेकेंड ईयर की छात्रा थी, वह अपने भाई के साथ शिवपुरी में ही रहकर पढ़ाई करती थी, दिवाली के मौके पर युवती घर आई थी। 30 अक्टूबर को वह खेत गई थी, खेत से शाम के वक्त लौटते हुए उसे गांव के चार लड़कों ने दरिंदगी का शिकार बनाया। शर्मिंदगी से दु:खी होकर युवती ने मौत को गले लगा लिया। पीड़िता ने मरने से पहले अपने पिता को चारों आरोपियों के नाम बताए थे। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज किया है, चारों आरोपी फरार हैं।

गुना में किशोरी से गैंगरेप
गुना जिले के चांचौड़ा के बीनागंज में 15 वर्षीय छात्रा से गैंगरेप हुआ। पीड़िता 28 अक्टूबर को घर से स्कूल जाने के लिए निकली थी, लेकिन रास्ते में आरोपियों ने उसका अपहरण किया और एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां उसके साथ बारी-बारी से गलत काम किया।  जब बच्ची शाम तक घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने उसकी तलाश की, जिस पर वह एक सूने मकान में आपत्तिजनक स्थिति में मिली। नाबालिग को प्राथमिक उपचार के बाद गुना जिला अस्पताल रेफर किया गया है, जहां उसका इलाज जारी है। पुलिस ने पांच आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट और अपहरण का मामला दर्ज किया है, तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। नौ आरोपियों के शामिल होने की बात कही जा रही है।

टीकमगढ़ में गैंगरेप
टीकमगढ़ जिले में 23 वर्षीय युवती से छह आरोपियों ने गैंगरेप किया। पीड़िता एक महीने पहले ही जिले में रहने आई थी। दरिंदगी करने वाला आरोपी उसके परिचित का ही था। युवकी की टीकमगढ़ निवासी अरविंद साहू नाम के एक युवक से जान पहचान हुई थी, उसने ही युवकी को गांव में किराए का घर दिलाया था। 26 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे अरविंद का दोस्त राहुल यादव पीड़िता के घर पहुंचा और उसने युवती से अरविंद के साइट पर बुलाने की बात कही, जिस पर युवती राहुल के साथ बाइक से साइट पर चली गई। साइट पर अरविंद अपने चार दोस्तों के साथ मौजूद था। जब युवती वहां पहुंची तो सभी ने उसके साथ जबरदस्ती की और एक-एक कर उसके साथ गलत काम किया। वहीं, घटना के बारे में बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी।

ग्वालियर में 10 साल की बच्ची से रेप
ग्वालियर में पड़ोसी ने 10 साल की बच्ची को चॉकलेट देने के बहाने बुलाया और बाथरुम में ले जाकर उसके साथ रेप किया। बच्ची माता पिता के साथ तिलकाना चंदन नगर इलाके में रहती है। उसके मामा-मामी भी उसी घर में किराए से रहते हैं। 29 अक्टूबर को बच्ची के माता पिता उसे उसके मामा के पास छोड़कर घर से बाहर गए थे। पड़ोस में रहने वाले आरोपी ने बच्ची को चॉकलेट देने बुलाया और बाथरुम में ले जाकर मुंह दबाकर उससे रेप किया, जब बच्ची नहीं दिखी तो उसकी मामा उसे तलाशते हुए पड़ोसी के घर तक पहुंची, आरोपी उसकी मामी को धक्का देकर मौके से फरार हो गया, पीड़िता बाथरुम में बेहोश मिली। परिजनों ने रेप का मामला दर्ज कराया है।

भिंड में नाबालिग से रेप, हत्या
भिंड में 11वीं कक्षा की छात्रा से उसके मुहंबोले चाचा ने रेप किया और वारदात के बाद उसकी हत्या कर दी। छात्रा 19 अक्टूबर को घर से स्कूल जाने के लिए निकली थी, लेकिन फिर वापस नहीं लौटी। चार दिन बाद 23 अक्टूबर को  उसका शव एक खेत से बरामद हुआ। डेड बॉडी में छात्रा के बाल नोचे हुए थे, उसकी साइकिल और चप्पल भी खेत में पड़ी मिली। पुलिस ने शक आधार पर गांव के कुछ लोगों से पूछताछ की तो रिश्ते में उसके चाचा लगने वाले नाबालिग आरोपी ने गुनाह कबूल कर लिया। आरोपी ने कहा कि वह छात्रा को पसंद करता था और कई दिनों से उसके साथ संबंध बनाने की फिराक में था।

क्या कहते हैं NCRB आंकड़े
बीते 12 दिनों में हुए रेप के ये मामले बताते हैं कि मध्यप्रदेश बेटियों के लिए सुरक्षित नहीं है। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भले ही खुद को मामा कह कर भांजियों के उज्जवल भविष्य के दावें कर रहे हों लेकिन सच ये है कि हर दिन प्रदेश में बेटियों की आबरू लुट रही है। NCRB के 2021 के आंकड़ों पर गौर करें तो रिपोर्ट के मुताबिक औसतन हर तीन घंटे में मध्यप्रदेश में एक महिला के साथ दुराचार होता है। वहीं, नाबालिगों से रेप के मामले में प्रदेश टॉप पर है। एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो)  की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में देश भर में बाल यौन शोषण के कुल 33036 मामले सामने आए थे, इनमें से अकेले मध्यप्रदेश में ही 3515 मामले थे। महिलाओं से ज्यादती के मामले भी बीते साल प्रदेश में सर्वाधिक 6462 थे। बाल यौन शोषण के मामले में वर्ष 2020 में भी मध्य प्रदेश टॉप पर था।