Dawood Ibrahim: दाऊद का गुर्गा रियाज़ भाटी कौन, जिस पर दर्ज हैं कई संगीन मुकदमे, जानिए एक्सटॉर्शन रैकेट की पूरी कहानी

रियाज भाटी ने भी व्यापारी से कहा कि यदि रकम नहीं दी, तो गंभीर परिणाम होंगे। लेकिन व्यापारी ने कहा कि उसकी बेटी की अभी शादी होनी है। उसके बाद ही वह रकम दे पाएगा।

Riyaz Bhati and Dawood Ibrahim
दाऊद का गुर्गा रियाज़ भाटी

मुंबई: अपनी गिरफ्तारी से पहले नवाब मलिक जब रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस किया करते थे, तो एक बार उन्होंने मीडिया से रियाज भाटी का भी जिक्र किया था। आरोप लगाया था कि उसके अंडरवर्ल्ड से रिश्ते हैं। उसके पास दो अलग-अलग नाम के पासपोर्ट मिले थे, फिर भी नवाब मलिक के अनुसार, उसे दो दिन बाद जमानत पर छोड़ दिया गया था। उसी रियाज भाटी को सोमवार को फिर गिरफ्तार किया है, उगाही से जुड़े नए केस में। इस केस में छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम फ्रूट की भी क्राइम ब्रांच कस्टडी लेगी, जो टेरर फंडिंग से जुड़े एनआईए के केस में इन दिनों जेल में बंद है। ऐडवोकेट तारक सैय्यद ने बताया कि मजिस्ट्रेट ने क्राइम ब्रांच को रियाज की 1 अक्टूबर तक कस्टडी दी है।

जुए में हारी रकम
मुंबई क्राइम ब्रांच का कहना है कि रियाज ने अंधेरी के एक पांच सितारा होटेल में 19 फरवरी, 2021 को अपनी बर्थ डे पार्टी की थी। उस पार्टी में अंधेरी का एक व्यापारी भी आया था, जो रियाज को एक साल से जानता था। इसी बर्थ डे पार्टी में रियाज ने उस व्यापारी की पहचान छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम फ्रूट से भी करवाई। तीनों ताश और जुआ खेलने के बहुत शौकीन हैं। पहचान होने के बाद तीनों माटुंगा के क्लब में अक्सर मिलते, बैठते और ताश खेलते। एक बार व्यापारी सलीम फ्रूट से ताश में जुआ जीत गया। उसने सलीम से रुपये मांगे। सलीम ने कहा कि बाद में रकम एडजस्ट कर लेंगे। कुछ दिनों बाद सलीम जुआ में व्यापारी से 62 लाख रुपये जीत गया। उसने व्यापारी से रकम मांगी। इस बार व्यापारी ने कहा कि बाद में रकम एडजस्ट कर लेते हैं, लेकिन सलीम फ्रूट नहीं माना। वह व्यापारी पर बार-बार यह रकम देने का दबाव डालता रहा।

व्यापारी से जबरन ली तीस लाख की कार
जब बेटी की शादी हो गई, तो सलीम फ्रूट ने फिर रकम के लिए फोन किया। व्यापारी ने कहा कि शादी में काफी रुपये खर्च हो गए हैं। फिलहाल, उसके पास इतनी रकम नहीं है। इस पर सलीम फ्रूट ने व्यापारी से उसकी रेंज रोवर गाड़ी मांगी। व्यापारी ने कहा कि यह तो बहुत महंगी है। 30 लाख रुपये की है। सलीम फ्रूट ने इस पर जवाब दिया कि ‘तेरी जान से भी महंगी है क्या?’ उसने व्यापारी से यह भी कहा कि मैं रियाज भाटी की तरह लोकल गैंगस्टर नहीं हूं, मैं दुबई से डिपोर्ट किया हुआ डॉन हूं। इसके बाद उसने जबरन व्यापारी की गाड़ी अपने कब्जे में ले ली। यह गाड़ी व्यापारी की पत्नी के नाम थी। इसीलिए एक दिन सलीम फ्रूट ने व्यापारी के घर अपने एक आदमी के जरिए टीटीओ फॉर्म भेजा और उस पर पत्नी के सिग्नेचर करवाने को कहा। व्यापारी ने कहा कि यह गाड़ी लोन पर ली गई है। बिना लोन पूरा किए यह गाड़ी आपके नाम ट्रांसफर नहीं होगी। लेकिन सलीम फ्रूट ने कहा कि उसकी चिंता तुम छोड़ो, तुम फॉर्म पर पत्नी के सिग्नेचर करवाओ। आगे का काम हम देख लेंगे।

नवाब मलिक केस में हुई थी पूछताछ
इस बीच ईडी ने जिस केस में कुछ महीने पहले नवाब मलिक को गिरफ्तार किया था, उस केस में दाऊद गिरोह के कई लोगों के साथ सलीम फ्रूट से भी पूछताछ की और फिर घर जाने दिया। सलीम ने बाद में व्यापारी को सेफी हॉस्पिटल के पास बुलाया। कहा कि यदि ईडी वाले तुमसे इस रेंज रोवर गाड़ी के बारे में पूछे, तो कहना कि सलीम फ्रूट को यों ही दो-तीन दिन के लिए दी थी। सलीम फ्रूट ने व्यापारी से यह भी कहा कि 30 लाख की तुम्हारी गाड़ी तो हमारे पास है ही। जुआ के 62 लाख रुपये में से बाकी के 32 लाख रुपये भी तत्काल दो। जब व्यापारी ने इतनी रकम देने में असमर्थता व्यक्त की, तो उसने कहा कि हमें ईडी, एनआईए से सेटिंग करनी है। किसी भी तरह अर्जेंट 10 से 12 लाख रुपये की जुगाड़ तो करो ही। इसके बाद सलीम फ्रूट ने किसी तरह व्यापारी से साढ़े सात लाख रुपये किसी अलग अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए।

कुछ दिनों बाद 4 अगस्त को एनआईए ने सलीम फ्रूट को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद मुंबई क्राइम ब्रांच का दावा है कि रियाज भाटी संबंधित व्यापारी से लोखंडवाला में मिला। उसने व्यापारी को धमकी दी कि यदि उसने एनआईए में सलीम फ्रूट के खिलाफ कोई स्टेटमेंट दिया, तो मान लिया जाएगा कि उसने दाऊद इब्राहिम से पंगा लिया है। यह सारी जानकारी मिलने के बाद वर्सोवा पुलिस में एफआईआर दर्ज हुई। केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर हुआ और रियाज भाटी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

रियाज भाटी के दो पासपोर्ट
इस पूरे केस के दो महत्वपूर्ण बिंदु हैं। जिस सलीम फ्रूट का नाम क्राइम ब्रांच की एफआईआर में हैं, एनआईए ने कुछ पखवाड़े पहले कोर्ट को बताया था कि हसीना पारकर की मृत्यु के बाद दाऊद का मुंबई का सारा कारोबार सलीम फ्रूट ही देखता था। वही हवाला से दाऊद को रकम भिजवाता था। सलीम इस तरह टेरर फंडिंग करता था। दूसरी महत्वपूर्ण बात रियाज भाटी से जुड़ी है। मुंबई क्राइम ब्रांच की एफआईआर के अनुसार, रियाज भाटी ने 19 फरवरी, 2021 को अपनी बर्थ डे पार्टी की थी। उसके एक पासपोर्ट में उसकी यही बर्थ डे (19 फरवरी, 1962) लिखी है। उसका यह पासपोर्ट (Z2479378) उसके मूल नाम रियाज भाटी के नाम से ही मार्च, 2013 में जयपुर में बना था।

रियाज भाटी का एक दूसरा पासपोर्ट भी है। इस पासपोर्ट (G3128659) में उसने अपना नाम फूलजी भाटी लिखा था। यह भी जयपुर में जून, 2007 में बना था। इसमें उसका जन्म दिन 12 जून, 1968 लिखा था। उसके खिलाफ दर्जनों मामले अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में दर्ज हैं।