सेल्फी लेने गए ब्यास नदी में डूबे छात्र का मिला शव

सेल्फी लेने गए ब्यास नदी में डूबे दो स्कूली छात्रों में से एक की लाश लगभग 48 घंटे बाद मिल गई। NDRF की टीम ने पिछले 24 से सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ था। अन्य छात्रों के बताए हुए अनुसार डूबे हुए छात्रों को ढूंढा गया। वहीं नदी के उसी दायरे में एक छात्र आयुष की लाश गोताखोर को चट्टान के बीच में फंसी हुई मिली। आयुष अपने ननीहाल धरोहर गांव गरली में रहता था और गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल गरली में ही पढ़ता था। आयुष के घर ऊना जिला के अम्ब पोलिया परोतां में है। परिवार सहित पूरा गांव बीते 3 दिनों से सदमे में है। जबकि कठियाडा के अंशुल के शव को अभी भी एनडीआरएफ की टीम ढूंढ रही है। 

बीते शनिवार को कांगड़ा जिला के देहरा के फेरा गांव के साथ बह रही ब्यास नदी में सेल्फी लेने के चक्कर में दो बच्चों की मौत हो गई। फिलहाल एनडीआरएफ की टीम ने दोनों छात्रों में से एक के शव को ढूंढ निकाला है। अंशुल व आयुष दोनों अपने पांच स्कूली दोस्तों के साथ ब्यास नदी के किनारे चट्टानों पर पार्टी व सेल्फी लेने और पार्टी करने आए थे। घर से आधार कार्ड अपडेट करने का बहाना लगाकर निकले थे। घटनास्थल पर कपड़े, कोल्डड्रिंक की बोतल व गिलास मिले हैं। स्कूटी भी सड़क किनारे खड़ी मिली। यह भी बताया जा रहा है कि अन्य दोस्त भी अपनी अपनी बाइकें लेकर आए थे। यह दोनों छात्र गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल गरली में ग्यारहवीं कक्षा में साथ पढ़ते थे। फिलहाल एक छात्र के शव को ढूंढने नूरपुर से आई एनडीआरएफ की 16 सदस्यीय टीम, ज्वालामुखी के डीएसपी चन्द्रपाल सिंह व देहरा पुलिस सर्च ऑपरेशन में जुटी है। आए दिन कई छात्र छात्राओं को यहां सेल्फी लेते देखा जा सकता है।

जानकारी के अनुसार अंशुल कुमार पुत्र वीरेंद्र कुमार गांव कठियाडा गरली जिला कांगड़ा व आयुष पुत्र राजपाल गांव व डाकघर गरली में अपने मामा के घर रहता था। जबकि आयुष के घर ऊना जिला के अम्ब के गांव पोलिया परोतां में हैं। दोनों की उम्र भी 16 वर्ष है व बीते कल सुबह स्कूटी पर सवार होकर परागपुर की तरफ गए थे। लेकिन शनिवार शाम को घर नहीं पहुंचे। इन दोनों की तलाश स्थानीय लोगों द्वारा अपने तौर पर की गई। काफी मशक्कत के बाद स्कूटी देहरा के लोहर सुनहेत से चंबा पत्तन रोड़ पर फेरा गांव में ब्यास नदी के किनारे मिली। फिर परिजनों को ब्यास नदी के किनारे चट्टानों के बीच रेत पर इन दोनों के कपड़े, मोबाइल मिले। आज 48 घंटे बाद आयुष के शव को एनडीआरएफ की टीम ने नदी के बीच से निकाला। आयुष अपने ननिहाल में रहता था। 

NDRF के इंस्पेक्टर अशोक ने बताया कि रविवार से छात्रों के शवों को ढूंढने के सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। लेकिन 48 घण्टे बाद एक छात्र आयुष का शव ब्यास नदी से निकाला है, जोकि चट्टान में फंसा हुआ था। जबकि दूसरे शव को अभी भी टीम व गोताखोर ढूंढ रहे हैं। डीएसपी देहरा अंकित शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि गरली स्कूल में पढ़ने वाले दो छात्र बीते शनिवार ब्यास नदी में डूबे है। जिनमें से एक छात्र आयुष का शव मिला है, जोकि अपने ननिहाल गरली में रहता था। दोनों ब्यास नदी में नहाने उतरे थे। सेल्फी लेते वक्त पैर फिसलने से एक छात्र नदी में गिर गया। वहीं दूसरे छात्र ने भी बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी। डूबने वाले छात्रों के अन्य साथियों ने भी यही बयान दिया है। डीएसपी अंकित शर्मा ने लोगों से अपील की है कि वह अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान रखें। उन्होंने यह भी आग्रह किया है कि युवा पीढ़ी आजकल सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर ज्यादा एक्टिव है इसलिए सेल्फी लेकर उसमें पोस्ट करती रहती है। उन्होंने खतरनाक जगहों पर भी बच्चों को सेल्फी लेने की सलाह दी है।