हिरासत में मौत: बेटी बार-बार कह रही मम्मी एक बार डैडी से बात करा दो, मां कैसे पूरी करे काव्या की ये ख्वाहिश

पुलिस हिरासत में मौत का मामला

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मम्मी एक बार डैडी से बात करा दीजिए, यह शब्द व्यापारी बलवंत की बेटी काव्या के मुंह से सुनकर परिवार व गांव का हर शख्स अपने आंख से आंसू रोक नहीं पा रहा है। बार-बार बलवंत की पत्नी शालिनी बेटी को समझाती, लेकिन कुछ देर बाद फिर से काव्य वही बात करने लगती है।

बलवंत की मौत के बाद से उनके घर में चूल्हा नहीं जला है। घर में आसपास के घरों से खाना बनकर आ रहा है, लेकिन पत्नी शालिनी, पिता अंगद और मां ममता के गले से खाना नीचे नहीं उतर रहा। गांव के लोग किसी तरह समझाबुझा कर खाना खिलाने का प्रयास कर रहे।

शिवली के लालपुर सरैंया गांव निवासी बलवंत की शादी शालिनी (27) से 17 मई 2019 को हुई थी। इसके बाद से दांपत्य जीवन खुशहाल चल रहा था। बलवंत पत्नी शालिनी की हर ख्वाहिश पूरी करते थे। रात में बलवंत को घर लौटने में ज्यादा समय हो जाए तो शालिनी खाने के लिए पति का इंतजार करती थी।

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सोमवार शाम को जैसे ही शालिनी को पता चला कि बलवंत को पुलिस उठा ले गई तो वह बदहवाश हो गई। परिवार के लोगों ने किसी तरह उसे उठाया और कुछ देर बाद शालिनी को खबर मिली की बलवंत अब दुनिया में नहीं रहे तो शालिनी बेहोश हो गई। इसके बाद एसपी की ओर से जब बयान जारी हुआ कि हार्ट में दर्द होने की वजह से बलवंत की मौत हुई।
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शालिनी को जब ये बात पता चली, तो उसकी मनोदश खराब हो गई। घटना के तीन दिन बाद गुरुवार को भी वह बलवंत की याद में रोती रही। यह देख उनकी ढाई वर्ष की बेटी काव्या और एक वर्ष का यश भी रोने लगे। काव्या बार-बार मम्मी से कहती कि मम्मी एक बार डैडी से बात करा दीजिए। काव्या के यह मासूमियत भरे शब्द सुनकर घर में मौजूद लोगों की आंखे भर आईं।
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पुलिस तो रक्षा के लिए होती
व्यापारी बलवंत की पत्नी शालिनी रो-रो कर बोल रही थी कि पुलिस तो रक्षा के लिए होती है, लेकिन यहां पर पुलिस ने हमारा सुहाग ही उजाड़ दिया। पुलिस से ऐसी उम्मीद नहीं थी।
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जमीन चिह्नित करने गांव पहुंचे एसडीएम
डीएम नेहा जैन द्वारा परिवार के लोगों से किए वादे के मुताबिक गुरुवार को जमीन चिह्नित के लिए एसडीएम मैथा रमेश कुमार और सीओ तनु उपाध्याय सरैयां लालपुर गांव पहुंची। एसडीएम ने परिवार के लोगों का हाल जाना और इसके बाद लेखपाल के साथ गांव में खाली जमीन चिह्नित करने के लिए नक्शा देखा।