भारत 14 अप्रैल 2023 को डॉ. बी.आर अंबेडकर जी की 132वीं जयंती मनाएगा, जिन्हें ‘भारतीय संविधान के पिता’ के रूप में भी जाना जाता है। इस अवसर पर संसद में एक कार्यक्रम होगा, जिसमें 25 युवा भाग लेंगे और उनमें से सात को डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के जीवन और उनके योगदान पर संसद में बोलने का मोका मिलेगा। नेहरू युवा केंद्र, सोलन से दीक्षांत शर्मा को संसद में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले वक्ताओं में से एक के रूप में चुना गया है। आपको बता दें कि 29 राज्यों के प्रतिभागियों में से, प्रत्येक राज्य से एक, केवल 25 का चयन किया गया, और 25 में से केवल 7 राज्यों के प्रतिभागियों को बोलने का मौका मिला, जिसमें से हिमाचल प्रदेश एक राज्य है, ओर जबकि 18 बाकी राज्यों के प्रतिभागियों को सिर्फ ऑडिंस के रूप में हिस्सा लेने का मोका मिलेगा।
दीक्षांत, सुबाथू, ज़िला सोलन के पास स्थित एक छोटे से गाँव, खालटू से है। वर्तमान में अपनी बीए ऑनर्स डिग्री के अंतिम वर्ष में है ओर वे अनुसंधान के क्षेत्र में भी सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। दीक्षांत शर्मा कई सरकारी पुरस्कारों के प्राप्तकर्ता हैं और वे एक उज्ज्वल और मेहनती छात्र हैं। हिमाचल प्रदेश के लिए यह बहुत गर्व की बात है कि वह संसद में बोलकर अपने माता-पिता, शिक्षकों और सभी को गौरवान्वित करेंगे।
श्रीमती इरा प्रभात, उप निदेशक, नेहरू युवा केन्द्र, सोलन ने दीक्षांत शर्मा को हिमाचल प्रदेश से स्पीकर के रूप में चुने जाने पर बधाई दी और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दी।