भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अग्निपथ योजना से निकले अग्निवीरों को भाजपा कार्यालयों में सुरक्षा गार्ड के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। इस बयान के बाद चौतरफा आलोचना हुई तो विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि मेरी बात का गलत अर्थ निकाला गया।
हरियाणा के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय को अग्निपथ योजना को लेकर दिए गए बयान पर घेरा। दीपेंद्र ने ट्वीट कर पूछा कि क्या ‘भारतीय फौजी’ होने का गौरव अब ‘भाजपा कार्यालय के चौकीदार’ होने के बराबर है? कैलाश जी, आपने सेना पर राजनीति तो बहुत की, पर आप देशभक्ति की उस पवित्र भावना को कभी नहीं समझ सके जो उस युवा के रक्त में बह रही है जो फौज में भर्ती होने के लिए सुबह चार बजे दौड़-कसरत पर निकलता हैं।
क्या कहा था कैलाश विजयवर्गीय ने
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अग्निपथ योजना से निकले अग्निवीरों को भाजपा कार्यालयों में सुरक्षा गार्ड के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। इस बयान के बाद चौतरफा आलोचना हुई तो विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि मेरी बात का गलत अर्थ निकाला गया। दरअसल, विजयवर्गीय रविवार को भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कई विषयों को लेकर बात की।
अग्निपथ योजना को लेकर सवाल पूछे जाने पर विजयवर्गीय ने कहा कि अग्निपथ योजना से निकले अग्निवीरों को भाजपा कार्यालयों में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी में प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ‘मुझे इस भाजपा ऑफिस में अगर सुरक्षा रखनी है तो मैं अग्निवीर को प्राथिमकता दूंगा।’ इसके बाद उनके इस बयान का विरोध शुरू हो गया।
वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा, जिस महान सेना की वीर गाथाएं कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्योता, उसे देने वाले को ही मुबारक। भारतीय सेना मां भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक ‘नौकरी’ नहीं।