Delhi Dwarka Acid News: दिल्ली एसिड अटैक में घायल लड़की की हालात अभी स्थिर बनी हुई है। घटनास्थल पर मौजूद एक दुकानदार की सूझबूझ के कारण लड़की को तेजाब से ज्यादा बर्न नहीं हुआ। दरअसल, दुकानदार ने लड़की चेहरे और शरीर पर एक बाल्टी पानी डाल दिया था।
नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका में एसिड हमले में घायल लड़की की हालत फिलहाल स्थिर है। हैवानों ने लड़की को जिंदगी भर का दर्द देने की कोशिश की मगर वहां मौजूद एक फरिश्ते के कारण लड़की के चेहरे और आंखों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा। अगर उस लड़की के चेहरे और गले पर पानी नहीं फेंका जाता तो पीड़ित लड़की की हालत और बिगड़ सकती है। घटनास्थल पर कुछ दूर मौजूद एक दुकानदार की समझ के कारण लड़की को केवल 8% बर्न हुआ। दुकानदार ने बताया कि उसने लड़की के चेहरे पर बाल्टीभर पानी डाल दिया था।
फरिश्ता बना दुकानदार
घटनास्थल से कुछ दूर मौजूद एक दुकानदार ने बताया कि उसके पास लड़की बदहवास भागती आई थी। उन्होंने कहा, ‘वो लड़की एकदम से शोर मचाती आई, जैसे आदमी एकदम से जल जाता है वैसे। तब हमने देखा कि लड़की बहुत ही घबराई हुई है, तब मैंने देखा कि किसी ने इसपर तेजाब डाल दिया था। तब हमने फटाफटा पानी की बाल्टी भरकर, पानी डाला इसपर। थोड़ा सा बचाव हो गया लेकिन ज्यादा तेजाब डाला था किसी ने इसके ऊपर।’
लड़की की आंखों में तेजाब का असर
सफदरजंग अस्पताल में पीड़ित लड़की का इलाज चल रहा है। फिलहाल लड़की की हालत स्थिर है लेकिन उसकी आंखों पर भी एसिड का असर हुआ है। अस्पताल में आई एक्सपर्ट की टीम इलाज में लगी हुई है। राहत की बात यह बताई जा रही है कि केवल 8 पर्सेंट ही बर्न है, अगर बर्न ज्यादा होता तो दिक्कत हो सकती थी, क्योंकि एसिड बर्न बाकी बर्न से काफी अलग और कहीं ज्यादा खतरनाक होता है।
पीड़िता बयान देने की हालत में नहीं
द्वारका सब डिवीजन के एसडीएम विनय कुमार मोंगिया ने बताया कि बुधवार शाम को माता-पिता की मौजूदगी में उन्होंने पीड़िता से मुलाकात की थी। इस दौरान पीड़िता के बयान लेने की कोशिश की गई। पीड़िता फिलहाल आईसीयू में है। वह बयान देने की स्थिति में नहीं हैं। एसडीएम ने बताया कि पीड़िता की हालत स्थित होने में अभी दो से तीन दिन का समय लगेगा। इसके बाद ही पीड़िता के बयान लिए जाएंगे।