दिल्ली में शराब शौकीनों के लिए बड़ी खबर है। राजधानी में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो आपको महंगे ब्रैंड की बोतलों में सस्ती शराब बेच रहा है। आबकारी विभाग ने इसपर बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 लोगों को गिरफ्तार किया है और 100 से अधिक बोतलें जब्त की हैं। इनमें 200 से 400 रुपये प्रति बोतल वाली शराब भरी जा रही थी।
नई दिल्ली : अगर आप किसी पब, बार या रेस्टोरेंट में जाकर दो पैग लगाना चाह रहे हों तो सावधान! हो सकता है कि आपको वहां मिलावटी शराब परोसी जा रही हो। जी हां, इसी तरह के मामले में आबकारी विभाग की टीम ने तीन जगह छापा मारकर कई महंगे ब्रांड की शराब की 100 से अधिक ऐसी बोतलें जब्त की हैं जिनमें 200 से 400 रुपये प्रति बोतल वाली शराब भरी जा रही थी।
आबकारी विभाग ने बताया कि इस मामले में एसीपी राजेश मीणा की टीम ने शुक्रवार को करोल बाग, रानी बाग और मैदानगढ़ी थाना इलाकों में सूचना के आधार पर छापेमारी की कार्रवाई की। इन तीनों जगहों से विक्रम, जयपाल सिंह उर्फ गोलू, मोहित और रेणुका मल्होत्रा को गिरफ्तार किया गया है। इनके और साथियों की तलाश की जा रही है। तीनों जगहों पर एक्साइज विभाग की ईआईबी ने शराब की 100 से अधिक बोतले जब्त कीं। साथ ही 20 खाली बोतले भी मिलीं। इनमें देसी और विदेशी ब्रांड की एक से एक महंगी शराब की बोतले थीं। जिनमें से ये गैंग असली शराब निकालकर उनमें सस्ती शराब भरते थे।
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इनसे पूछताछ में पता लगा है कि यह शराब दिल्ली के विभिन्न पब, बार, क्लब और रेस्टोरेंट में जाती थी। जहां से कस्टमर को सर्व की जाती थी। इनमें सस्ती शराब मिलाने के लिए यह महंगी शराब की बोतल की सील तोड़कर उनमें से करीब आधी बोतल महंगी शराब निकालकर फिर स्ट्रा से सस्ती शराब भर देते थे। अब इस मामले में उन पब, बार और क्लब का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। जहां इस तरह से महंगी बोतलों में सस्ती शराब भरकर सर्व की जा रही थी।
इस तरह से यह काफी समय से इस गोरखधंधे को कर रहे थे। बोतलों की सील लगाने के लिए भी इनके पास इंतजाम थे। इन्होंने असली से मिलती सील बनवा रखी थी। आबकारी विभाग ने इनके पास से काफी ऐसा सामान जब्त किया है। जो महंगी शराब की बोतलों में सस्ती शराब भरने और फिर उन बोतलों को सील करने में काम आता था। मामले में लोकल पुलिस को भी शिकायत दी गई है। जहां इनमें मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आबकारी विभाग का कहना है कि मामले में और तफ्तीश की जा रही है कि कहीं फेस्टिव सीजन में कुछ बार, क्लब और रेस्टोरेंट में महंगी शराब की जगह सस्ती शराब तो कस्टम को सर्व नहीं की जा रही।