Delhi MCD Election: BJP-AAP में कांटे की टक्कर, केजरीवाल, सिसोदिया, तिवारी, गंभीर… जानिए इनके इलाके का हाल

नगर निगम चुनाव में अधिकतर बार कांग्रेस व भाजपा के बीच सीधा मुकाबला हुआ है, लेकिन अब लगातार दूसरी बार तीन प्रमुख दलों के बीच लड़ाई हुई है। शुरुआती रुझानों में भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच टक्कर देखने को मिल रही है।

Delhi MCD Election 2022

दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजों के लिए मतगणना जारी है। शुरूआती रुझानों में भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। कभी भाजपा तो कभी आम आदमी पार्टी बढ़त बनाती दिख रही है। भाजपा और आप कार्यालय में कार्यकर्ता जश्न में डूबे हैं। एमसीडी चुनाव में भाजपा और आप ने कई दिग्गजों को मैदान में उतारा था, आइए जानते हैं उन दिग्गजों के इलाके का क्या हाल है।

अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एमसीडी के वार्ड नंबर 74 चांदनी चौक के मतदाता हैं। चांदनी चौक इलाके में 30 वार्ड आते हैं। इनमें से 20 सीटों पर आम आमदी पार्टी आगे चल रही है। वहीं भाजपा ने 10 सीटों पर बढ़त बनाई है।

मनीष सिसोदिया

दिल्ली सरकार के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पटपड़गंज के विधायक हैं। इनके क्षेत्र में चार वार्ड आते हैं। इनमें मयूर विहार-11, पटपड़गंज, विनोद नगर और मंडावली शामिल है। यहां पर एक सीट पर भाजपा और दो सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है। आम आदमी पार्टी ने अभी यहां किसी भी वॉर्ड में बढ़त नहीं बनाई है।

मनोज तिवारी

भाजपा सांसद मनोज तिवारी के संसदीय क्षेत्र में एमसीडी के कुल 41 वार्ड हैं। भाजपा यहां 13 पर, आम आदमी पार्टी 26 तो वहीं कांग्रेस ने दो पर आगे चल रही है।

गौतम गंभीर

पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतम गंभीर के संसदीय क्षेत्र में एमसीडी के कुल 36 वॉर्ड हैं। यहां पर भाजपा 20 पर बीजेपी, 16 पर आप आगे चल रही है। कांग्रेस किसी वार्ड में आगे नहीं है।

बता दें कि पिछले दिल्ली विधानसभा चुनाव में अधिक सफलता नहीं प्राप्त करने वाली भाजपा का नगर निगम के चुनाव में दबदबा रहा है। निगम के अब तक हुए 11 चुनावों में से सात बार भाजपा (जनसंघ व जनता पार्टी) ने जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस तीन बार जीतने में सफल रही।

वहीं, निगम के पहले चुनाव में वर्ष 1958 के दौरान किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला था। आम आदमी पार्टी दूसरी बार नगर निगम चुनाव लड़ रही है। वर्ष 2017 में उसे पहले चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था। अब इस बार भाजपा दबदबा बरकरार रखेगी या फिर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस उसे रोक पाएंगे इसका खुलासा आज हो जाएगा।