दक्षिण दिल्ली से एक घिनौना खूनी खेल सामने आया है. बीते शनिवार, यानि 12 नवंबर को दिल्ली पुलिस ने आफताब अमीन पूनावाला (Aftab Amin Poonawala) नामक एक शख्स को गिरफ़्तार किया है. पूनावाला पर अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा मदन वाल्कर (Shraddha Madan Walkar) की हत्या करने का आरोप है. पुलिस अधिकारियों ने हत्या से जुड़े जो तथ्य साझा किए हैं वो रौंगटे खड़े करने वाले हैं.
लिव इन रिलेशनशिप में थे आफताब और श्रद्धा
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 28 साल का आफताब अमीन पूनावाला और 26 साल की श्रद्धा दक्षिण दिल्ली के चत्तरपुर पहाड़ी क्षेत्र में एक फ्लैट में एकसाथ रहते थे. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रद्धा और आफताब मुंबई, महाराष्ट्र में एक ही ऑफिस में काम करते थे, और इसी दौरान दोनों की दोस्ती हुई थी. वहीं कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों एक डेटिंग ऐप के ज़रिए 2019 में मिले थे.
घला घोंटकर हत्या की
श्रद्धा के परिवार को इस रिश्ते से एतराज़ था और उसने मुंबई स्थित अपना घर छोड़ दिया. मई के पहले हफ़्ते में दोनों दिल्ली आ गए और कुछ दिनों तक अपने दोस्त के यहां रुके. इसके बाद दोनों ने दक्षिण दिल्ली के छत्तरपुर पहाड़ी इलाके में दो कमरे का फ्लैट लिया.
मीडिया से बात-चीत के दौरान पुलिस-इंचार्ज अंकित चौहान ने बताया, ‘मई के मध्य में दोनों के बीच शादी को लेकर बहस हुई, बहस इतनी बढ़ गई कि गुस्से में आफताब ने श्रद्धा का गला घोंट दिया.’
शरीर के 35 टुकड़े किए, फ्रिज में रखा
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पुलिस ने बताया कि पूनावाला ने मुंबई से होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया था. उसने बतौर शेफ़ काम काम नहीं किया लेकिन उसके पास मीट काटने की ट्रेनिंग थी. लोहे की आरी से पूनावाला ने अपनी लि इन पार्टनर के 35 टुकड़े किए. आफताब ने पुलिस से कहा कि उसने 150 रुपये में छत्तरपुर के लोकल मार्केट से मल्टीपल ब्लेड वाला हैकसॉ खरीदा. लेकिन हत्या के लिए उसने एक ही ब्लेड का इस्तेमाल किया.
18 और 19 मई को क्या हुआ?
Hindustan Times की रिपोर्ट के अनुसार पूनावाला द्वारा पुलिस को दिए बयान के मुताबिक 18 मई की रात को श्रद्धा और उसकी बहस हुई थी. श्रद्धा को शक था कि पूनावाला का अफेयर चल रहा है और उसने उससे शादी करने के लिए कहा.
पुलिस ने बताया, ‘पूनावाला ने कहा कि श्रद्धा ने कुछ गलत बात कह दी जिससे उसे बहुत गुस्सा आया. बेडरूम में हाथा-पाई हुई. उसका दावा है कि उसने श्रद्धा को बेड पर लेटाया और उसकी छाती पर बैठकर उसका गला घोंट दिया. उसकी डेड बॉडी देखकर वो घबरा गया और रातभर बॉडी को ठिकाने लगाने के बारे में सोचता रहा.’
19 मई को सुबह 11 बजे उसने औजार खरीदा और फ्रिज ऑनलाइन ऑर्डर किया. फ्रिड डिलीवर होने के बाद वो घसीटकर श्रद्धा की बॉडी बाथरूम में ले गया. नल चलाया और उसके शरीर के टुकड़े करने शुरू किए. दो दिन में उसने श्रद्धा के शरीर के टुकड़े किए, खून धोया और प्लास्टिक के बैग में रखा. प्लास्टिक के बैग्स को उसने नए फ्रिज में ठूंसा. मांस के सड़ने की बदबू छिपाने के लिए उसने पूरे फ्लैट में अगरबत्ती जला दी. एसिड से उसने बाथरूम फर्श, फ्लैट को साफ़ किया.
दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर फेंके टुकड़े
HT
पुलिस के मुताबिक पूनावाला पहली बार 21 मई को रात के 2 बजे बैकपैक लेकर घर से निकला. 1.5 Km चलने के बाद वो छत्तरपुर के श्मशान के पास पहुंचा और शरीर के कुछ टुकड़े फेंके. हर रात 2 बजे वो टुकड़े फेंकने निकलता. पुलिस को अभी तक सिर्फ़ शरीर के 14 टुकड़े ही मिले हैं और मृतक का सिर नहीं मिला है. बॉडी के हिस्सों को फॉरेंसिंक जांच के लिए भेज दिया गया है.
पूनावाला ने श्रद्धा के सारे कपड़े हटा दिए थे, उसके घर पर रखे कपड़े जला दिए.
सीरीज़ से प्रेरित होकर लाश को ठिकाने लगाया?
पूनावाला ने पुलिस से बताया कि उसने ‘Dexter’ जैसे कुछ फिल्में और टीवी शोज़ देखे थे. Dexter एक अमेरिकन क्राइम शो है जिसमें सीरियल किलर लोगों को मारकर अलग-अलग जगह उनका शरीर फेंकता है. आफताब ने कुछ ऐसा ही श्रद्धा के शरीर के साथ किया.
फोन ऑन रखा, दोस्तों को मैसेज करता रहा
पूनावाला श्रद्धा के इंस्टाग्राम आदि पर दोस्तों से बात करता रहता था. वो मैसेज करता था लेकिन कॉल का जवाब नहीं देता था. हत्या के 2 हफ्ते बाद उसने मुंबई और अहमदाबाद के बीच सफ़र के दौरान श्रद्धा का फोन एक नदी में फेंक दिया. किसी को शक न हो इसलिए उसने श्रद्धा का जून तक का क्रेडिट कार्ड बिल भी भर दिया.
दोस्त ने परिवार को बताया कि श्रद्धा का फोन ऑफ है
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The Times of India के रिपोर्ट के अनुसार, बचपन के दोस्त लक्ष्मण नादर ने अगस्त में श्रद्धा के परिवार को बताया कि उसका फोन जुलाई से ऑफ है. उसे जून में श्रद्धा से एक SMS मिला था. श्रद्धा और उसके परिवार की बोलचाल बंद थी लेकिन वो अपने दोस्तों से बात-चीत करती थी. पूनावाल अपने परिवार से मिलता रहता था.
श्रद्धा के पिता ने शिकायत दर्ज की
6 अक्टूबर को श्रद्धा के पिता ने वसई डीसीपी दफ्तर में शिकायत दर्ज की. श्रद्धा के पिता ने आफताब के बारे में बताया. पूनावाला को दो बार पूछताछ के लिए बुलाया गया. वो दो बार दिल्ली से वसई पहुंचा. उसने पुलिस को बताया कि श्रद्धा ने उसे छोड़ दिया है. उसने कहा कि श्रद्धा दूसरे पुरुषों को डेट कर रही थी. मुंबई पुलिस को शक हुआ और 8 नवंबर को उन्होंने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया. 9 नवंबर को महरौली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई. श्रद्धा के पिता के स्टेटमेंट के आधार पर अपहरण का केस दर्ज किया गया. टेक्निकल सर्वेलेंस के ज़रिए आफताब को अरेस्ट किया गया. उसने पुलिस के सामने जुर्म कबूल किया.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रद्धा की हत्या करने के बाद कुछ महीने तक आफताब उसी फ्लैट में रहा क्योंकि मकान मालिक ने 6 महीने की सिक्योरिटी ली थी. उसने गुरुग्राम में नई नौकरी शुरू की और दोबारा डेटिंग भी शुरू कर दिया.