दिल्ली-एनसीआर की पब्लिक इस जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर है। पलूशन है कि कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। मंगलवार यानी आज की सुबह भी स्मॉग वाली रही। दिल्ली के आनंद विहार और नोएडा सेक्टर-62 में AQI 400 पर रहा। अगर हालात बिगड़े तो जल्द ही ग्रैप का अंतिम चरण लागू हो सकता है।
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में पलूशन कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार की तरह आज यानी मंगलवार को भी बड़ी सुबह दूर तक स्मॉग की लंबी चादर देखी गई। फिजा में फैली इस जहरीली हवा से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। अगर ऐसा ही रहा तो ग्रैप के अंतिम चरण को भी लागू किया जा सकता है। मंगलवार सुबह CPCB के डेटा के अनुसार, आनंद विहार में AQI 400 दर्ज किया गया। एनसीआर की बात करें तो नोएडा में भी कमोबेश यही हालात हैं। सेक्टर 62 में भी एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 पर है। गुरुग्राम-फरीदाबाद की बात करें तो यहां AQI 416 और 417 वहीं गाजियाबाद में 358 नोट किया गया।
आज भी फैली है दिल्ली-एनसीआर में धुंध
दिल्ली-एनसीआर में नवंबर की शुरुआत भी धुंध और जहरीली हवा के बीच हुई है। सोमवार को दिल्ली का AQI एक समय 500 के आंकड़े को भी पार कर गया था। मंगलवार को सीपीसीबी की ओर से मिली ताजा रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार में AQI 400 पर है वहीं नोएडा सेक्टर 62 में भी आंकड़ा 400 के पार चला गया है। गुरुग्राम-फरीदाबाद की बात करें तो यहां AQI 416 और 417 वहीं गाजियाबाद में 358 दर्ज किया गया।
ग्रैप का अंतिम चरण हो सकता है लागू, क्या होंगी पाबंदियां
CAQM के अनुसार, ग्रैप के अंतिम चरण को AQI फोरकास्ट के आधार पर लागू किया जाएगा। अभी वह स्थिति नहीं दिख रही है। आईआईटीएम पुणे की तरफ से प्रदूषण पूर्वानुमान के अलावा एक्यूआई फोरकास्ट की जानकारी दी जारी की जाती है। यह संभावना अगले दो दिनों के लिए होती है। मसलन मंगलवार को जो एक्यूआई फोरकॉस्ट जारी किया गया है उसमें दो और तीन अक्टूबर के एक्यूआई का पूर्वानुमान जारी किया गया है। इसके मुताबिक बुधवार को राजधानी का एक्यूआई 350 और 3 नवंबर को 325 के आसपास रह सकता है। ऐसे में फिलहाल ग्रैप के अंतिम चरण को लागू नहीं किया जा रहा है। इस एक्यूआई फोरकाॅस्ट में जब एक्यूआई 450 या इससे अधिक जाने की संभावना होगी तब इसे लागू किया जाएगा।
क्या पाबंदियां लगेंगी ग्रैप के अंतिम चरण में
– जरूरी सामान लेकर आने वाले ट्रक ही राजधानी में आ सकेंगे(सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों को छूट)
– डीजल से चलने वाले मध्यम और बड़े ट्रक नहीं चल सकेंगे (जरूरी सामानों की सप्लाई से जुड़े ट्रकों को छूट)
– डीजल से चलने वाली कारों पर दिल्ली और इससे जुड़े शहरों में रोक (बीएस-6 और जरूरी सेवाओं से जुड़ी गाड़ियों को छूट)
– एनसीआर में पीएनजी के अलावा अन्य ईंधन का इस्तेमाल करने वाली सभी इंडस्ट्री बंद, फिर चाहे वहां पीएनजी सप्लाई है या नहीं है
– निर्माण और तोड़ के पब्लिक प्रोजेक्ट भी बंद। इसमें हाइवे, सड़के, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमिशन, पाइपलाइन आदि से जुड़े काम भी शामिल हैं
– दिल्ली-एनसीआर की राज्य सरकारें फैसला कर सकती हैं कि अपने ऑफिस और प्राइवेट ऑफिस में 50 प्रतिशत कर्मियों को वर्क फ्रॉम होम दें
– केंद्र सरकार भी फैसला कर सकता है कि वह अपने ऑफिस में वर्क फ्रॉम होम लागू करे
– राज्य सरकारें स्कूल, कॉलेज, संस्थान, गाड़ियों पर ऑड ईवन आदि से जुड़े फैसले ले सकती हैं
आगे कैसा रहेगा प्रदूषण
सफर के अनुसार, हवाओं की रफ्तार सुस्त होने की वह से प्रदूषण बढ़ा है। अगले तीन दिनों तक प्रदूषण बेहद खराब से गंभीर स्तर पर बना रहेगा। आईआईटीएम पुणे के अनुसार, 2 नवंबर को प्रदूषण गंभीर स्थिति में रहेगा। इसके बाद 3 व 4 नवंबर को यह बेहद खराब स्थिति में पहुंच जाएगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक यह बेहद खराब स्थिति में रहेगा।