पूरा देश आज 74वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है. राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने तिरंगा फहराया. इसके बाद कर्तव्य पथ पर परेड का आयोजन शुरू हो गया. इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए हैं. उनके साथ मिस्र का 120 सदस्यीय दल भी मार्चिंग परेड में हिस्सा लिया. कर्तव्य पथ पर परेड के दौरान सेना के मार्चिंग दस्ते, ब्रह्मोस मिसाइल और युद्ध टैंक अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस परेड में शामिल महिला केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की टुकड़ी आकषर्ण का केंद्र बनी. हर कोई महिला पुलिस फोर्स के परेड को देखता रह गया.
जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गणतंत्र दिवस परेड में सभी महिला केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की टुकड़ी की सलामी ली. ये पल भारतवासियों का मनमोह लेने वाले थे. उस गर्व के पल को सभी ने महसूस किया, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक कदम की तरह देखा जा रहा है.
बता दें कि परेड के दौरान महिलाओं की भागीदारी काफ़ी अधिक देखी गई. एक तरह से देखा जाए तो इस गणतंत्र दिवस परेड को महिलाओं ने ही लीड किया. यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी. नारी शक्ति के कई गौरवान्वित दृश्य दिखाई दिए.
दिल्ली पुलिस के मार्च दल को भी असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस श्वेता के सुगथन ने लीड किया.
इसके अलावा लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत के नेतृत्व में 144 युवा नाविकों की नौसेना टुकड़ी ने आकस्मिक कमांडर के रूप में कर्तव्य पथ पर मार्च किया. इतिहास में पहली बार मार्च करने वाली टुकड़ी में 3 महिलाएं और 5 पुरुष अग्निवीर शामिल हैं.
लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा ने दिखाई आकाश मिसाइल की ताकत
गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर मार्च करते एनसीसी के लड़के और लड़कियों की टुकड़ी
गृह मंत्रालय द्वारा नशा मुक्त भारत की झांकी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की झांकी में ‘नारी शक्ति’ को दर्शाया गया.
इसके साथ ही केरल कार्तियानी अम्मा की मूर्तियों के साथ कई महिलाओं की झांकी निकली. 96 वर्षीय कार्तियानी अम्मा साक्षरता मिशन की टॉपर रही थीं. वो यह परीक्षा देने वाली सबसे उम्रदराज महिला थीं. उन्होंने 98 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. जिसके बाद राज्य सरकार ने अम्मा को सम्मानित किया था और उन्हें कनाडा कॉमनवेल्थ ऑफ लर्निंग संस्था ने अपना गुडविल एम्बेसडर बनाया. अब गणतंत्र दिवस परेड में भी उन्हें याद किया गया.
वहीं कर्नाटक ने अपनी झांकी में ‘नारी शक्ति’ को प्रदर्शित किया, जिसमें राज्य का गौरव बढ़ाने वाली तीन सफल महिलाओं को दिखाया गया है. सुलगीती नरसम्मा, ‘वृक्ष माता’ तुलसी गौड़ा हालक्की और सालूमरदा तिमक्का शामिल हैं.