Delhi’s New Police Commissioner: चंदन तस्कर वीरप्पन को पकड़ने के लिए जंगलों की खाक छानी, जानें कौन हैं दिल्ली पुलिस के नए कमिश्नर संजय अरोड़ा

आईटीबीपी के मौजूदा महानिदेशक संजय अरोड़ा दिल्ली के नए पुलिस कमिश्नर होंगे। वह मौजूदा कमिश्नर राकेश अस्थाना की जगह लेंगे। जानकारी के मुताबिक, संजय अरोड़ा एक अगस्त या उसके बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर का कार्यभार संभाल सकते हैं। राकेश अस्थाना का कार्यकाल आगे बढ़ाए जाने की चर्चाएं चल रहीं थीं, लेकिन गृह मंत्रालय ने नए कमिश्नर के नाम का ऐलान कर दिया।

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Delhi’s New Police Commissioner: चंदन तस्कर वीरप्पन को पकड़ने के लिए जंगलों की खाक छानी, जानें कौन हैं दिल्ली पुलिस के नए कमिश्नर संजय अरोड़ा
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के नव नियुक्त कमिश्नर संजय अरोड़ा फील्ड कमांडर के रूप में भी जाने जाते हैं। वह ऐसे अफसर है, जिन्होंने चर्चित चंदन तस्कर वीरप्पन को पकड़ने के लिए 6-6 महीने जंगलों की खाक छानी है। जंगलों में महीनों टेंट में रहकर आम सैनिकों की तरह नदी नालों का पानी पिया है। विपरीत परिस्थितियों में काम करके वीरप्पन गैंग को खत्म करने की इबारत लिखी है।

उन्होंने लिट्टे से भी लोहा लिया। 1991 में जब आतंकी संगठन लिट्टे का प्रभाव चरम पर था तब अरोड़ा ने एनएसजी की ट्रेनिंग लेने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को सुरक्षा देने के लिए विशेष सुरक्षा समूह का गठन किया था। वह 1997 से 2002 तक कमांडेंट के रूप में आईटीबीपी में अपनी सेवाएं भी दे चुके हैं। 2002 से 2004 तक वह कोयंबटूर शहर के पुलिस कमिश्नर भी रहे। 2021 में उन्हें ITBP का महानिदेशक बनाया गया था।

​वीरप्पन गैंग से ली थी टक्कर

दरअसल 1992 में कर्नाटक और तमिलनाडु सरकार ने वीरप्पन को पकड़ने के लिए एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया था। उस समय संजय अरोड़ा एसपी हुआ करते थे। उन्होंने वीरप्पन के खिलाफ अभियान चलाने वाली तमिलनाडु टास्क फोर्स की अगुवाई की थी। करीब 2 सालों तक वे वीरप्पन गैंग के पीछे दबिश डालते रहे थे। उनकी अगुवाई में चलाए जा रहे ऑपरेशंस की वजह से वीरप्पन गिरोह केवल 5 सदस्यों तक सिमटकर रह गया था। टास्क फोर्स ने वीरप्पन की पत्नी मुथुलक्ष्मी को गिरफ्तार कर लिया और उन पर सहायता करने का आरोप लगाया गया था। वीरप्पन गिरोह के खिलाफ अभियान चलाने और गैंग की रीड़ तोड़ने के लिए उन्हें मुख्यमंत्री के वीरता पदक से सम्मानित किया गया था।

​जयपुर के रहने वाले हैं संजय अरोड़ा

दिल्ली पुलिस के नए कमिश्नर संजय अरोड़ा जयपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने जयपुर के मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। 1988 बैच के आईपीएस संजय अरोड़ा ने तमिलनाडु पुलिस में विभिन्न पदों पर काम किया है। 1991 में एनएसजी की ट्रेनिंग लेने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को सुरक्षा देने के लिए विशेष सुरक्षा समूह यानि एसएसजी के गठन के लिए अहम रोल अदा किया। उस समय लिट्टे का आतंकवाद अपने चरम पर था।

​1997 से 2000 तक संभाली आईटीबीपी बटालियन की कमान

1997-2000-

वह 1997 से 2002 तक कमांडेंट के रूप में आईटीबीपी में अपनी सेवाएं भी दे चुके हैं। उन्होंने 1997 से साल 2000 तक उत्तराखंड के मातली में आईटीबीपी की बटालियन की कमान संभाली थी। अरोड़ा को अगस्त 2021 में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का डीजी नियुक्त किया गया था। उन्होंने 1 सितंबर 2021 को भारत-चीन एलएसी गार्डिंग फोर्स का कार्यभार संभाला था। एक प्रशिक्षक के तौर पर 2000 से 2002 तक आईटीबीपी अकैडमी, मसूरी, उत्तराखंड में कॉम्बेट विंग में सेनानी (प्रशिक्षण) के रूप में प्रशिक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया I

संभाल चुके हैं जिम्मेदार पद

वर्ष 2002 से 2004 तक वह कोयंबटूर शहर के पुलिस कमिश्नर भी वे विल्लुपुरम रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक के पद पर तैनात रहे। महानिरीक्षक, रेलवे के पद पर नियुक्त होने से पहले वह उप निदेशक, सतर्कता और एंटी-करप्शन के महत्‍वपूर्ण पद पर कार्यरत रहे। तमिलनाडु पुलिस में अपर पुलिस आयुक्त (यातायात), चेन्नै, एडीजीपी (ऑपरेशन्स) और एडीजीपी (प्रशासन) के रूप में भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसके अलावा बीएसएफ और सीआरपीएफ में बतौर महानिरीक्षक और सीआरपीएफ में अपर महानिदेशक के रूप में सेवाएं दी हैं। आईटीबीपी के महानिदेशक का पदभार संभालने से पहले वे सीआरपीएफ (जम्मू-कश्मीर) जोन के स्पेशल डीजी का पद भी संभाल चुके हैं।