धर्मशाला में हाईकोर्ट के सर्किट बेंच की उठने लगी मांग, लोगों को न्याय के लिए काटने पड़ रहे शिमला के चक्कर

धर्मशाला में हाईकोर्ट के सर्किट बेंच की उठने लगी मांग, लोगों को न्याय के लिए काटने पड़ रहे शिमला के चक्कर

धर्मशाला में हाईकोर्ट के सर्किट बेंच की मांग फिर उठने लगी है। धर्मशाला में हाईकोर्ट के सर्किट बेंच की स्थापना से 4 जिलों के 30 विधानसभा क्षेत्रों की जनता को लाभ मिलेगा। इसको लेकर जिला कांगड़ा बार एसोसिएशन धर्मशाला ने मुद्दा एक बार फिर से उठा दिया, जिससे लोगों को शिमला जाने से निजात मिले।

जिला कांगड़ा बार एसोसिएशन धर्मशाला के अध्यक्ष तरुण शर्मा, उपाध्यक्ष उमेश दत्त धीमान, महासचिव अनुज, मीडिया कोआर्डिनेटर विक्रम चौधरी ने संयुक्त प्रेसवार्ता में कहा कि पूर्व में भी इसके लिए मांग बुलंद की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अध्यक्ष तरुण शर्मा ने कहा कि पहले जो केस मंडलायुक्त कार्यालय में निपट जाते थे, उन्हें अब दूसरी समीक्षा के लिए वित्तायुक्त के पास शिमला भेजने की अधिसूचना जारी कर दी गई है, जो किसी भी तरह से आम जनता के हित में नहीं है, क्योंकि इससे आम जनता को समय व वित्तीय नुकसान झेलना पड़ेगा।

ऐसे में एसोसिएशन की मांग है कि सरकार द्वारा जारी अधिसूचना पर पुनर्विचार किया जाए तथा हाईकोर्ट की सर्किट बेंच की स्थापना धर्मशाला में जल्द से जल्द की जाए। तरुण शर्मा ने कहा कि हाईकोर्ट में 83 हजार के करीब केस पेंडिंग हैं, ऐसे में धर्मशाला में हाईकोर्ट सर्किट बेंच की स्थापना की जाती है तो हाईकोर्ट शिमला का कार्य भी कम होगा, वहीं 4 जिलों की जनता को भी धर्मशाला में अपने मामलों को लेकर न्याय मिल पाएगा।