उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शुक्रवार को सोलन ज़िला के कैथलीघाट से हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की 11 नई वोल्वो बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन बसों को हाल ही में प्रदेश पथ परिवहन निगम के बेडे़ में शामिल किया गया है। निगम की 11 बसों में सेे 4 तारादेवी यूनिट, 5 कुल्लू यूनिट तथा 2 धर्मशाला यूनिट के लिए भेजी गई हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने इस अवसर पर कहा कि हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में प्रदेश पथ परिवहन निगम की बसें जनमानस को बेहतर परिवहन सुविधाएं प्रदान करने का सर्वश्रेष्ठ साधन हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार परिवहन निगम को और बेहतर बनाकर लोगों को श्रेष्ठ सुविधाएं प्रदान करने तथा निगम को देश की बेहतरीन इकाईयों में से एक बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से ही कार्य किया जा रहा है। निगम के बेड़े में समय-समय पर नई बसें शामिल कर लाभ अर्जित करने वाले रूट आरम्भ किए जा रहे हैं।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि एचआरटीसी के बेड़े में आज शामिल 11 बसें जुड़ने से 76 वोल्वो बसें हो गई हैं। उन्होंने इस अवसर पर शिमला से बिलासपुर एवं मंडी के रास्ते मनाली के लिए नई वोल्वो बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। यह नई वोल्वो बस सेवा शिमला से प्रतिदिन प्रातः 09.00 बजे चलकर सांय 06.00 बजे मनाली पहुंचेगी। वापसी में यह बस मनाली से प्रातः 09.00 बजे चलकर सांय 0.6.00 बजे शिमला पहुंचेगी। शिमला से मनाली वोल्वो बस का एक तरफ का किराया 1019 रुपये निर्धारित किया गया है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इसके अतिरिक्त पथ परिवहन निगम के नए वोल्वो बस रूट भी प्रस्तावित हैं। इनमें शिमला-जयपुर, शिमला-श्रीनगर, टापरी-चंडीगढ़ हवाई अड्डा तथा चिंतपूर्णी-दिल्ली शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के धार्मिक स्थलों से भी बस सेवाएं आरम्भ करने पर विचार किया जा रहा है।
हिमाचल को देश एवं विदेश में धार्मिक पर्यटन के लिए जाना जाता है और धार्मिक स्थलों से नई बस सेवाएं आरम्भ होने से पर्यटन क्षेत्र को व्यापक लाभ होगा। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि इन हाउस मरम्मत सुविधा और वोल्वो बसों के लिए प्रशिक्षित मकैनिक उपलब्ध होने के दृष्टिगत अब सभी वोल्वो बसों को तारादेवी, कुल्लू और पालमपुर स्थित निगम इकाइयों से संचालित करना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि राज्य को ‘ग्रीन स्टेट’ बनाने के दिशा में प्रदेश सरकार व्यापक स्तर पर इलेक्ट्रिक बसों को निगम के बेड़े में शामिल करने जा रही है।
धर्मशाला डिपो के लिए 15 इलेक्ट्रिक बसें धर्मशाला पहुंच गई हैं जबकि शिमला के लिए शीघ्र ही 20 इलेक्ट्रिक बसें पहुंचने वाली हैं। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में 75 और इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक बसों के लिए हमीरपुर ज़िला के नादौन में मास्टर डिपो भी तैयार किया जाएगा ताकि हिमाचल ‘माॅडल स्टेट फाॅर इलेक्ट्रिक व्हीकल’ के रूप में जाना जाए। उन्होंने कहा कि निगम की आय बढ़ाने तथा हिमाचल की सड़कों को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से प्रदेश में अवैध रूप से चलने वाली वोल्वो बसों पर नियमानुसार सख्त कार्यवाही अमल लाई जाएगी।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कोरोना के समय में एचआरटीसी की आय में काफी गिरावट दर्ज की गई थी। वर्तमान में निगम के चालकों एवं परिचालकों के अथक परिश्रम से अब हर माह 65 करोड़ रुपये तक की आय अर्जित हो रही है। उन्होंने कहा कि निगम के कर्मचारियों की पेंशन एवं वेतन व्यवस्था को स्थाई करने के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है ताकि कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
इस अवसर पर निगम के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार, महाप्रबंधक संदीप दीवान, क्षेत्रीय प्रबंधन शिमला पवन कुमार शर्मा, प्रबंधक तकनीकी अमित चौहान, क्षेत्रीय प्रबंधक तारादेवी पंकज ठाकुर, क्षेत्रीय प्रबंधक ग्रामीण अंकुर वर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।